कोलकाता (Kolkata) में हुई रेप की घटना को लेकर लोगों में बेहद आक्रोश देखने को मिल रहा है. छात्रों की तरफ से विरोध मार्च का आयोजन किया गया था. जिसमें एक बाबा की तस्वीर वायरल हुई थी जो प्रशासन की तरफ से हो रहे वाटर कैनन के प्रयोग के सामने डटकर खड़े थे और हाथ के इशारों से प्रशासन को चुनौती देते नजर आए थे. बाबा ने इशारों ही इशारों में जो संदेश दिया था उससे देश भर की मीडिया की नजर उनकी तरफ गयी. समाचार एजेंसी एएनआई ने उनसे बात की है. बाबा का नाम बलराम बसु (Balram Basu) है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दोषी पर कार्रवाई हो.
हर घर से एक शख्स को आंदोलन में जाना चाहिए
छात्रों के मार्च में शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि आंदोलन का कॉल छात्रों का था लेकिन हर घर से एक आदमी को इसमें हिस्सा लेनी चाहिए थी. हमारे भी घर परिवार में बहन बेटी है. हमलोगों की इस बात की चिंता करनी चाहिए कि उनकी सुरक्षा कैसे होगी. समाज में नारी का सम्मान होना चाहिए. समाज ठीक से चले इसकी जिम्मेदारी सबकी है. यही कारण था कि इस आंदोलन में मैंने हिस्सा लिया.
मैंने प्रशासन से अपील की गुलामी को छोड़कर मेरे साथ आओ: बलराम बसु
उन्होंने कहा कि हम आंदोलन करने गए थे अपनी बात को पहुंचाने के लिए .अगर इस दौरान हम मर जाते तो मर जाते. मेरा मंत्र है बात को पहुंचाना अगर नहीं पहुंचा पाते तो मर जाते. उन्होंने कहा कि मैं पुलिस प्रशासन से अपील कर रहा था कि गुलामी को छोड़कर हमारे साथ आ जाओ. साथ नहीं आ सकते तो और अधिक पानी फेंको. हम सब बह जाएंगे कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं एक सनातनी हूं. मैं नहीं चाहता हूं कि इस आंदोलन को कोई राजनीतिक दल इंफ्लूएंस करे. हमको कुछ नहीं चाहिए हमें सिर्फ न्याय चाहिए.
आंदोलन के दौरान का देखिए वीडियो
प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
बता दें कि सैकड़ों युवकों ने मंगलवार को शहर में दो स्थानों से ‘नबन्ना अभियान' शुरू किया, जिन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. अभियान में मुख्य रूप से युवा शामिल हैं जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की एक चिकित्सक से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. नबन्ना पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है.
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