कब शुरू होनेवाली है Heat Wave? IMD वैज्ञानिक ने बताया आनेवाले दिनों में मौसम का क्या होगा हाल

हीट वेव (Heat Wave) के दौरान दिन में दो बार सुबह और दोपहर बुलेटिन जारी होता है. इसमें अगले 5 दिन के लेखा जोखा होता है.

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नॉर्थ इंडिया में अगले पांच दिन तापमान ज्यादा बढ़ता नहीं दिख रहा.
नई दिल्ली:

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वैज्ञानिक सोमा सेनरॉय (Soma Senroy) ने NDTV से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि नॉर्थ इंडिया में तापमान 29 डिग्री से लेकर 32 डिग्री के बीच है. जबकि सेंट्रल इंडिया में ये थोड़ा ज्यादा है और साउथ इंडिया में तो ज्यादा है ही. उन्होंने आगे कहा कि अगले 4 - 5 दिनों में तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा. सेंट्रल इंडिया में थोड़े बादल और बारिश हो सकती है.

सोमा सेनरॉय के मुातबिक नॉर्थ इंडिया में अगले पांच दिन तापमान ज्यादा बढ़ता नहीं दिख रहा. सेंट्रल इंडिया में तापमान दो दिन के बाद से थोड़ा-थोड़ा बढ़ने लगेगा. ये 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है और ये 35 से 36 डिग्री रहेगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग 5 दिनों के तापमान का पूर्वानुमान करता है. 13 से 15 मार्च के बीच वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अप्रोच कर रहा है. कितना डीप आएगा अभी नहीं कह सकते हैं. मगर इससे तापमान बढ़ता है. उन्होंने आगे कहा कि अभी बताना मुमकिन नहीं है क्योंकि कई बार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आने के बाद कमजोर हो जाता है, तो तापमान नहीं बढ़ता है.

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IMD की तैयारी

सोमा सेनरॉय ने कहा कि जहां उम्मीद ज्यादा तापमान की नहीं होती है, वहां पर जब तापमान बढ़ता है. तो लोगों में कैजुअल्टी या मोर्टलिटी या बीमारी ज्यादा होता है. मैदानी इलाकों में 40 डिग्री और कोस्टल में 37 डिग्री होने पर हीट वेव घोषित की जाती है. हीट वेव के दौरान दिन में दो बार सुबह और दोपहर बुलेटिन जारी होता है. इसमें अगले 5 दिन के लेखा जोखा होता है.

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बता दें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गर्मियों के मौसम से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और अस्पतालों में आग से सुरक्षा उपायों के ऑडिट करने तथा जंगल की आग से निपटने के लिए एक समन्वित प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया. बैठक में प्रधानमंत्री को अगले कुछ महीनों के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मौसम पूर्वानुमान और सामान्य मॉनसून की संभावना के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही रबी फसलों पर मौसम के प्रभाव और प्रमुख फसलों की संभावित उपज के बारे में भी उन्हें बताया गया. पीएमओ ने कहा कि बैठक में सिंचाई जल आपूर्ति, चारा और पेयजल की निगरानी के लिए चल रहे प्रयासों की भी समीक्षा की गई,

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