आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की एक महिला सब इंस्पेक्टर (SI) स्थानीय लोगों द्वारा मदद करने से इनकार करने पर एक बूढ़े, अज्ञात, बेघर आदमी के शव को अंतिम संस्कार के लिए दो किलोमीटर तक ले गई. अपने इस सेवा भाव से सब इंस्पेक्टर ने इंटरनेट पर लोगों का दिल जीत लिया. श्रीकाकुलम जिले के तटीय शहर पलासा के धान के खेतों में से शव को उठाकर ले जाने वाली वर्दीधारी के सीरीशा की तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर व्यापक रूप से साझा किए जाने का सिलसिला सोमवार से जारी है. उनकी प्रशंसा करते हुए लोग उन्हें "सैल्यूट" कर रहे हैं.
सीरीशा एक अन्य व्यक्ति के साथ स्ट्रेचर को कंधे पर उठाकर ले जाते हुए दिख रही हैं. आंध्र प्रदेश पुलिस ने निरीक्षक की प्रशंसा की और इस घटना का एक वीडियो भी ट्वीट किया. वीडियो में पुलिस सब इंस्पेक्टर आगे बढ़ती हुई दिखा रही हैं, जबकि पीछे से कोई यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि 'कृपया मैडम उसको छोड़ दें.'इस पर सीरीशा कहती हैं "कोई बात नहीं." सिरिशा ने ललिता चैरिटेबल ट्रस्ट को शव सौंपकर उसके अंतिम संस्कार में मदद की.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने ट्विटर पर लिखा है, "डीजीपी गौतम सवांग ने काशीबुग्गा पुलिस स्टेशन की इंस्पेक्टर के सीरीशा की मानवीयता को सराहा."
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और आंध्र प्रदेश के सह-प्रभारी सुनील देवधर ने भी घटना की फोटो साझा की. उन्होंने ट्वीट किया "कासिबुग्गा की सब इंस्पेक्टर के सीरीशा को सैल्यूट, जो अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए एक कदम आगे बढ़ गईं और एक बूढ़ी महिला (पुरुष) के शव को दो किलोमीटर तक ले गईं व अंतिम संस्कार करने में मदद की. उन्होंने एक सार्वजनिक अधिकारी के कर्तव्यों को निभाने के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाई. ”
एक व्यक्ति खेत में मृत पाया गया और उसकी पहचान नहीं की जा सकी. इस कारण ग्रामीणों ने उसके शव को ले जाने से मना कर दिया था.