Exclusive : नीतीश कुमार के क्या थे RJD से मतभेद? तेजस्वी ने बताया आखिर उन्होंने क्यों बदला पाला

तेजस्वी यादव ने कहा, "नीतीश कुमार को सच जानना चाहिए. सच ये है कि 2011-12 के बाद से नीतीश कुमार का डाउनफॉल शुरू हो गया था. इसलिए वो असहज महसूस करते हैं. पहले तो पलटी मारने में टाइम लेते थे, लेकिन अब तो एक-डेढ साल में पाला बदल लेते हैं."

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तेजस्वी यादव जन विश्वास यात्रा पर निकले हैं.

पटना/मुजफ्फरपुर:

बिहार की राजनीति में 28 जनवरी 2024 को बड़ा बदलाव हुआ. एक बार फिर नीतीश कुमार (Nitish Kumar)  ने RJD, कांग्रेस और वाम दलों के महागठबंधन का साथ छोड़कर NDA का दामन थाम लिया. महागठबंधन में नीतीश कुमार 17 महीने तक रहे. NDA में जाने के बाद उन्होंने बताया कि उन्हें RJD और महागठबंधन में क्या दिक्कतें हो रही थी. अब तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने नीतीश के दावों को खारिज करते हुए बताया है कि आखिर उन्होंने पलटी क्यों मारी.

NDTV के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मंगलवार को तेजस्वी यादव ने कहा, "असल में 2020 के चुनाव में जो नतीजे आए, उसमें JDU तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गई. इसका नीतीश कुमार को काफी मलाल है. नीतीश कुमार जमीनी हकीकत नहीं जानते हैं या शायद जानना ही नहीं चाहते हैं. सच्चाई ये है कि अब उनका समय खत्म हो चुका है... मगर सच्चाई को झूठलाते हुए वह अब भी 2005 और 2010 में फंसे पड़े हैं. पलटी मारने के लिए हर बार कोई न कोई बहाना बनाते हैं."

तेजस्वी यादव ने कहा, "नीतीश कुमार को सच जानना चाहिए. सच ये है कि 2011-12 के बाद से नीतीश कुमार का डाउनफॉल शुरू हो गया था. इसलिए वो असहज महसूस करते हैं. पहले तो पलटी मारने में टाइम लेते थे, लेकिन अब तो एक-डेढ साल में पाला बदल लेते हैं. ऐसा क्यों करते हैं, इस बारे में अच्छी तरह से तो वही बता पाएंगे."

तेजस्वी यादव ने कहा, "कुछ चीजें थी.. जो काम हम लोग करना चाहते थे उसमें वो देरी कर रहे थे. ऐसा लग रहा था कि नीतीश कुमार जानबूझकर वक्त ले रहे हैं. हमारी तरफ से कोई बात भी नहीं थी. लालू जी ने नीतीश कुमार के घर जाकर मुलाकात भी की. उन्हें बाहर से समर्थन देकर सरकार चलाने का ऑफर भी दिया था. लेकिन नीतीश कुमार पलटी मारने वाले थे. वो पलटी मार गए."

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क्या लालू यादव और RJD को नीतीश कुमार के पाला बदलने का जरा सा भी अंदाजा नहीं था? इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा, "उस समय हम नहीं चाहते थे कि नीतीश कुमार को साथ लिया जाए. वो कई बार पहले भी पलटी मार चुके थे. इस बार लगा कि देश के सभी नेताओं का दबाव है. बीजेपी अलग-अलग राज्यों में 'ऑपरेशन लोटस' चला रही थी. नीतीश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर बीजेपी के लिए कई बातें कही. इससे लगा नहीं कि वो ऐसा कुछ करेंगे."

उन्होंने कहा, "अगर नीतीश कुमार दोबारा पलटी मारकर लौटते हैं, तो किस भूमिका में आएंगे वो देखना पड़ेगा. इस बार निर्णय हम अपने लोगों पर छोड़ेंगे. मैं कोई फैसला नहीं लूंगा, बल्कि बिहार के लोग और RJD के लोग फैसला लेंगे." 

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