कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि आलोचक कुछ भी कहते रहे, मल्लिकार्जुन खड़गे 'चुने गए बॉस हैं और बॉस रहेंगे'. यह पूछे जाने पर कि क्या वह गांधी परिवार और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अपना अधिकार जता पाएंगे, राज्यसभा सांसद ने कहा, "गांधी परिवार उनके साथ काम करेगा और उन्हें अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने में मदद करेगा.'
एनडीटीवी से खास बातचीत में उन्होंने कहा, 'वह (मल्लिकार्जुन खड़गे) सभी से परामर्श करेंगे. वह युवा, वरिष्ठ नेताओं से परामर्श करेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनके पास एक परामर्श प्रणाली होगी. वह चुने गए बॉस हैं और बॉस होंगे.'
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हालांकि, चिदंबरम ने स्पष्ट किया कि गांधी परिवार के पास अभी भी एक बड़ी भूमिका हो सकती है. उन्होंने कहा, "गांधियों का पार्टी पर काफी प्रभाव है. उनका कभी भी बंद दरवाजे वाला रुख नहीं रहा.'
बता दें, देशभर से पार्टी के 80 फीसदी से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए खड़गे को चुना. वहीं, बदलाव के हिमायती बताने वाले शशि थरूर को करीब 16 फीसदी वोट मिले.
हालांकि, चिदंबरम का कहना है कि इस संगठनात्मक चुनाव का असर कम देखने को मिल सकता है.
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उन्होंने कहा, "पार्टी प्रतिनिधियों के साथ मेरी बातचीत में पता चला है कि वे चाहते हैं कि चुनाव की प्रक्रिया पीसीसी, डीसीसी और ब्लॉक कांग्रेस समितियों तक पहुंचे. और अगर इन निकायों के चुनाव होते हैं, तो आप सैकड़ों लोगों को पार्टी में शामिल होते देखेंगे.'
भाजपा पर निशाना साधते हुए चिदंबरम ने कहा, 'भाजपा बंद दरवाजे वाली पार्टी है... क्षेत्रीय दलों के बारे में जितना कम कहा जाए उतना ही अच्छा है.'