- आगरा धर्मांतरण मामले में पुलिस जांच में ISI द्वारा भारत में महिलाओं की स्लीपर सेल तैयार करने का खुलासा हुआ है.
- जांच में पता चला कि धर्मांतरण के लिए क्रिप्टोकरेंसी और डॉलर में फंडिंग फिलीपींस के NGO को भेजी जा रही थी
- पाकिस्तान के यूट्यूबर तनवीर और साहिल ऑनलाइन प्रशिक्षण देकर लड़कियों को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करते थे.
आगरा धर्मांतरण मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस की जांच में पता चला है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इसकी आड़ में बहुत बड़ी साजिश रच रही थी. ISI धर्मांतरण की आड़ में भारत में लेडी ब्रिगेड तैयार कर रहा था. ISI की प्लानिंग थी कि वो पूरे भारत में महिलाओं की एक स्लीपर सेल तैयार करे. जांच में खुलासा हुआ है कि फिलीपींस में एक NGO को धर्मांतरण का पैसा भेजा जा रहा था. इसमें क्रिप्टो और डॉलर में फंडिंग करने के भी सबूत मिले हैं.
क्रिप्टोकरेंसी और डॉलर ट्रांजैक्शन से फंडिंग
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की कई बालिकाओं को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया गया. इन पीड़िताओं को ऑपरेशन 'अस्मिता' के तहत रेस्क्यू किया गया. परिवारों को इस बात का अंदेशा भी नहीं था कि उनकी बेटियां धर्मांतरण के जाल में फंस चुकी थीं. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी के तार कश्मीर और पाकिस्तान से जुड़े थे. पाकिस्तान के इन्फ्लुएंसर तनवीर अहमद और शाहिद अदीब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए धर्मांतरण के लिए प्रेरित करते थे. गिरोह डार्क वेब, क्रिप्टोकरेंसी और डॉलर ट्रांजैक्शन से फंडिंग करता था. एक आरोपी ने क्राउडफंडिंग से फिलिस्तीन को धन भेजने का भी खुलासा किया.
अब तक 14 आरोपी गिरफ्तार
आगरा पुलिस अब तक गिरफ़्तार 14 आरोपियों से पूछताछ कर रही है. दिल्ली से गिरफ्तार अब्दुल रहमान और गोवा से पकड़ी गई आयशा ने पाकिस्तान के तनवीर के बारे में विस्तार से बताया है. तनवीर के भेजे कई वीडियो तीन लड़कियों के मोबाइल से मिले हैं. इन तीनों हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाने की तैयारी थी. पहले इन्हें दिल्ली में अब्दुल रहमान के पास ले जाना था. फिर वहां से कोलकाता. लेकिन इसी बीच आगरा पुलिस ने नेटवर्क का खुलासा कर कई लोगों को गिरफ़्तार कर लिया. जिन तीन लड़कियों को इन लोगों ने रेडिकल्स किया था, उनसे आगरा पुलिस की पूछताछ जारी है