पश्चिम बंगाल में आर जी कर का मामला थमा नहीं कि एक और मामला सामने आ गया. दरअसल, एक महिला पत्रकार ने सीपीएम नेता पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. महिला पत्रकार ने बताया कि जब वह उसका इंटरव्यू लेने गई थी तो सीपीएम नेता ने उसका यौन उत्पीड़न किया. उन्होंने कहा, यह तब हुआ जब वह एक साक्षात्कार के लिए तन्मय भट्टाचार्य के घर गई थीं. हालांकि इस मामले में केस दर्ज कर दिया गया है, वहीं सीपीएम ने कहा है कि तन्मय भट्टाचार्य को निलंबित किया जाएगा और पार्टी आंतरिक जांच कराएगी.
फेसबुक लाइव सत्र में घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि सीपीएम नेता साक्षात्कार के लिए बैठने के बहाने उनकी गोद में बैठ गए थे. उन्होंने कहा, ''मुझे पहले भी भट्टाचार्य के घर पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था...उनकी प्रवृत्ति लोगों को छूने की है. वह मेरा हाथ छूते थे,'' लेकिन यह भी कहा कि दुष्परिणामों के डर से उन्होंने इसकी शिकायत नहीं की थी. लेकिन इस बार जो हुआ वह बहुत ज़्यादा था,
उन्होंने कहा, तन्मय भट्टाचार्य ने तब फायदा उठाया था जब उनका कैमरापर्सन साक्षात्कार के लिए एक फ्रेम तैयार करने की कोशिश कर रहा था और उन्हें एक निश्चित स्थान पर बैठने के लिए कह रहा था. उन्होंने कहा, ''उन्होंने कहा कि मैं कहां बैठूंगी और आकर मेरी गोद में बैठ गए,'' उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कांपते हुए कहा.
उन्होंने कहा, "मुझे यकीन नहीं है कि सीपीएम कार्रवाई करेगी या नहीं... लेकिन मैं समझ गई हूं कि इसका राजनीतिक रंग से कोई लेना-देना नहीं है. कुछ लोग हैं जो ऐसे हैं. यह व्यक्तिगत स्तर पर उनकी समस्या है."
इस घटना के बारे में बारानगर पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज की गई है, जो कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक युवा डॉक्टर के भयानक बलात्कार-हत्या की घटना के बाद हुई है, जिसने राज्य में हड़कंप मचा दिया था और पूरे देश में लहर फैल गई थी.
इसके कारण बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ, काम बंद हुआ और यहां तक कि जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल भी की, जिसे नागरिक समाज और विपक्षी दलों का पूरा समर्थन प्राप्त था.