पश्चिम बंगाल की राजनीतिक पार्टियों ने दो मई को चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने पर विजय जुलूस निकालने पर रोक लगाने के निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत किया है. तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि आयोग के फैसले का स्वागत है. उन्होंने साथ ही कहा कि उनकी पार्टी विजय जुलूस नहीं निकालती है और उसने 2011 विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से ही ऐसा करना बंद कर दिया है.
प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जॉय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर आयोग ने विजय जुलूस निकालने की इजाजत नहीं देने का उचित निर्णय लिया है. प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने भी मौजूदा स्थिति को देखते हुए निर्वाचन आयोग के फैसले की सराहना की.
No victory procession after the counting on 2nd May shall be permissible. Not more than 2 persons shall be allowed to accompany the winning candidate or his/her authorised representative receive the certificate of election from the Returning Officer concerned: EC pic.twitter.com/fT3T3wvHUj
— ANI (@ANI) April 27, 2021
निर्वाचन आयोग ने देश में कोरोना वायरस महामारी के गंभीर संकट के मद्देनजर चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजों के आने के बाद विजय जुलूस निकालने पर मंगलवार को प्रतिबंध लगा दिया.
असम, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी में दो मई को मतगणना होगी.
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