केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलप्पन बंदोपाध्याय का तबादला कर दिया है. वरिष्ठ आईएएस बंदोपाध्याय को दिल्ली रिपोर्ट करने को कहा गया है. पश्चिम बंगाल में साइक्लोन यास से प्रभावित लोगों और राहत कार्यों से जुड़ी समीक्षा बैठक को लेकर उठे विवाद के बाद केंद्र ने यह फैसला किया है. केंद्र सरकार के सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मुख्य सचिव ने जानबूझकर 30 मिनट से ज्यादा इंतजार कराया. बंदोपाध्याय को 31 मई 2021 को नार्थ ब्लॉक में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में सीधे रिपोर्ट करने को कहा गया है.
"निष्ठुर, अहंकारी" ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को 30 मिनट तक कराया इंतजार : सरकार
केंद्र सरकार की ओर से पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के ट्रांसफर का एक पत्र उन्हें प्रेषित किया गया है. इसमें लिखा गया है कि नियुक्ति मामलों की कैबिनेट समिति ने 1987 कैडर के आईएएस अलप्पन बंदोपाध्याय को तत्काल प्रभाव से भारत सरकार की सेवाओं में लेने का फैसला किया है. आईएएस रूल्स 1954 के नियम 6(1) के तहत यह किया गया है. बंगाल सरकार से बंदोपाध्याय को तत्काल प्रभाव से सेवा से मुक्त करने का अनुरोध किया गया है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चक्रवात यास प्रभावित पश्चिम बंगाल और ओडिशा के क्षेत्रों के दौरे पर थे. ओडिशा के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद वे पश्चिम बंगाल पहुंचे थे. यहां पीएम मोदी और ममता बनर्जी के बीच सिर्फ 15 मिनट की मुलाकात हुई. चक्रवात से हुए नुकसान के आकलन के लिए हुई समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ममता बनर्जी नदारद रहीं.
वहीं तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि क्या आजाद भारत के इतिहास में ऐसा पहले कभी हुआ है? किसी राज्य के मुख्य सचिव को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए मजबूर किया गया हो. मोदी-शाह के नेतृत्व वाली बीजेपी कितने निचले स्तर तक जाएगी. यह सब इसलिए हो रहा है कि बंगाल की जनता ने बीजेपी को सबक सिखाकर भारी बहुमत के साथ ममता बनर्जी को चुना है.
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सूत्रों के मुताबिक जब पीएम पश्चिम बंगाल पहुंचे तो वहां पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से कोई नहीं था. ममता बनर्जी और राज्य के मुख्य सचिव एक ही परिसर में मौजूद थे, लेकिन उस दौरान पीएम से मिलने कोई नहीं आया. पीएम मोदी कलाईकुंडा पहुंच गए थे, लगभग 30 मिनट बाद सीएम ममता वहां पहुंचीं और पीएम को कागजात सौंपकर चली गईं. इसके बाद से भाजपा ममता बनर्जी पर हमलावर है. भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने ममता बनर्जी पर प्रधानमंत्री के पद का अपमान करने का आरोप लगाया है.