महाराष्ट्र कांग्रेस ने रविवार को कहा कि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के भाजपा-विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयासों का स्वागत करती है, लेकिन साथ ही आगाह किया कि क्षेत्रीय दलों की इस तरह की पहल सत्तारूढ़ भाजपा की ‘‘एकमात्र विकल्प'' कांग्रेस के बिना सफल नहीं हो सकती. तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के अध्यक्ष राव ने रविवार को मुंबई में अपने महाराष्ट्र समकक्ष और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार से अलग-अलग मुलाकात की. उन्होंने ठाकरे और पवार के साथ देश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और एक (राजनीतिक) बदलाव का आह्वान किया.
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा-विरोधी मोर्चा बनाने के राव के प्रयासों का स्वागत है, लेकिन कांग्रेस के बिना, ऐसे प्रयास न तो पूरे होंगे और न ही सफल होंगे.''
पटोले ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार तानाशाही है और संविधान एवं लोकतंत्र को खत्म करने के लिए काम कर रही है. उन्होंने केंद्र पर राष्ट्रीय संपत्ति बेचने का भी आरोप लगाया.
पटोले ने कहा, ‘‘भाजपा विपक्ष पर निशाना साधने के अलावा अपने सहयोगियों को भी खत्म करने की कोशिश कर रही है. अब इन सहयोगियों ने भाजपा से दूरी बना ली है. इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी यहां नेताओं से मिलने आई थीं, लेकिन उसके बाद कुछ नहीं हुआ.''
उन्होंने कहा कि टीआरएस ने पहले संसद में एक स्टैंड लिया था, जो भाजपा के लिए 'फायदेमंद' था लेकिन अब भाजपा के बारे में उसके विचार बदल गए हैं. पटोले ने कहा, ‘‘हम हृदय परिवर्तन का स्वागत करते हैं.''
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन भाजपा का एकमात्र विकल्प है. उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्रीय दल वह विकल्प देने के लिए कांग्रेस को बाहर नहीं कर सकते.''