- मौसम विभाग ने दशहरे के दौरान दिल्ली-एनसीआर, मध्य भारत, यूपी, झारखंड और बिहार में बारिश की संभावना जताई है
- उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे त्योहार प्रभावित हो सकते हैं
- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में गरज-चमक के साथ तूफानी हवा और मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है
देशभर में जहां लोग दशहरे की तैयारियों में जुटे हैं, वहीं मौसम विभाग (IMD) ने इस पर्व के दौरान मौसम का मिजाज बिगड़ने की चेतावनी दी है. ताज़ा पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर से लेकर मध्य भारत, यूपी, झारखंड और बिहार तक कई इलाकों में दशहरे के दिन बादल घिर सकते हैं और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तो भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं, जबकि महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भी बादलों का डेरा रहेगा. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में वर्षा सामान्य से अधिक हो सकती है, जिससे त्योहारों के खुले मैदान वाले आयोजन प्रभावित हो सकते हैं.
दिल्ली में दशहरा पर हो सकती है बारिश
दिल्ली-एनसीआर में आसमान बादलों से घिरा रहेगा. IMD के मुताबिक़ यहां 1 से 5 अक्टूबर तक बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना है. इस वजह से दशहरे के सार्वजनिक आयोजन, रावण-दहन आदि कार्यक्रम प्रभावित हो सकते हैं.
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भी होगी बारिश
मध्य भारत के जैसे भोपाल, इंदौर और जबलपुर में मौसम विज्ञानियों ने हल्की से मध्यम बारिश और बिजली चमकने की संभावना जताई है. इसके अलावा, पश्चिमी केंद्र (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ) में तूफानी हवा और गरज के साथ बारिश हो सकती है.
महाराष्ट्र में भी होगी बारिश
IMD ने बताया कि अक्टूबर की शुरुआत में सौराष्ट्र और कच्छ पर निम्न दबाव क्षेत्र का असर रहेगा, जिससे राज्य में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. मुम्बई समेत तटीय क्षेत्र 6 अक्टूबर तक बादल और बारिश की स्थिति के प्रभाव में रहेंगे.
यूपी, बिहार, झारखंड में भी दशहरा पर बारिश की आशंका
उत्तर प्रदेश में भी दशहरा के दौरान ज़ोरदार बारिश की चेतावनी जारी की गई है. IMD ने कई ज़िलों में येलो अलर्ट जारी किया है. वहीं झारखण्ड-बिहार क्षेत्रों में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है.
पश्चिम व दक्षिण भारत में बारिश की दर अपेक्षाकृत कम रहेगी, लेकिन तटीय इलाकों में बारी-बारी से बौछारें हो सकती हैं. IMD के सामान्य पूर्वानुमान मॉडल के अनुसार, देश के अधिकांश भागों में अक्टूबर में वर्षा सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
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