भीषण गर्मी और हीटवेव (Heatwave) का संकट झेल रहे राज्यों के तापमान (Temperature Update Today) में बुधवार से गिरावट आ सकती है. मौसम विभाग (IMD Weather Update) ने ताज़ा बुलेटिन में ये पूर्वानुमान जताया है कि बुधवार को सिर्फ विदर्भ और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में गर्म हवा चलने की संभावना है. कुल मिलाकर बुधवार से देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान में कमी आने की उम्मीद है. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम समेत एनसीआर के कई इलाकों में मौसम सुहावना बना हुआ है. यहां अगले दो दिनों में बारिश के आसार हैं.
मंगलवार को विदर्भ के कुछ हिस्सों और ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, विदर्भ, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति बनी रही. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी भारत में बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पिछले करीब 8 से 10 दिन से जारी भयंकर गर्मी की वजह से लू लगने से सैकड़ों लोग बीमार हो चुके हैं.
हीटवेव से प्रभावित राज्यों के अधिकारियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की बुधवार को बैठक हो सकती है. लू के बढ़ते संकट से निपटने के लिए मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक हाई लेवल मीटिंग के बाद हीटवेव का संकट झेल रहे बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रभावित इलाकों में अधिकारियों की एक विशेष टीम भी भेजने का फैसला किया.
फिलहाल खासी गर्मी झेल रहे इन राज्यों के तापमान में मंगलवार से कुछ गिरावट आनी शुरू हुई. मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने NDTV से कहा, "कुछ इलाकों में हीटवेव कम होने का मुख्य कारण मॉनसून की बारिश का आगे बढ़ना है. मॉनसून उत्तर पूर्वी भारत से अब बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. हमारा पूर्वानुमान है कि बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पहुंचने के बाद से वहां बारिश होगी. बुधवार से हीटवेव का संकट झेल रहे राज्यों में तापमान घटना शुरू होगा".
उधर, मॉनसून की वजह से सब उप-हिमालयी राज्यों पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं. कई जगहों पर बाढ़ का संकट बन रहा है. सेंट्रल वॉटर कमीशन की बाढ़ पूर्वानुमान निगरानी निदेशालय की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को असम में एक जगह पर गंभीर बाढ़ की स्थिति रिपोर्ट हुई है, जहां नदी का पानी खतरे के करीब या उससे ऊपर है.
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