- अक्टूबर की शुरुआत में उत्तर भारत में मानसून के बाद भी आंधी, गरज-चमक और झमाझम बारिश का अनुमान जारी है
- पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और आसपास के प्रदेशों में भारी बारिश की आशंका है
- UP के मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, रामपुर और अमरोहा जिलों में बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है
पूरे उत्तर भारत में अक्टूबर की शुरुआत होते ही मौसम ने फिर करवट ली है. मानसून के विदा हो जाने के बावजूद दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में हालात सामान्य नहीं हैं. मौसम विभाग की तरफ से जारी अनुमान के अनुसार सोमवार को भी आंधी, गरज-चमक और झमाझम बारिश की आशंका है. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अगले कुछ दिनों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती हैं. IMD की रिपोर्ट में कहा गया है कि 5–7 अक्टूबर के बीच पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय रहेगा, जिससे बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है.
उत्तरी भारत में यह बदलाव विशेष रूप से महसूस किया जाएगा. पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश सहित आसपास के प्रदेशों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और ओले गिरने की संभावना भी है.
यूपी के इन जिलों में जारी रहेगी बारिश
उत्तर प्रदेश में मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, रामपुर तथा अमरोहा जैसे जिलों में बारिश की संभावना पहले ही जताई जा चुकी है. दशहरे के अवसर पर मेरठ में हल्की बरसात दर्ज की गई थी, और मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक इस तरह की बौछारें बनी रहेंगी.
बिहार में बारिश से नहीं मिलेगी राहत
बिहार में जारी रहेगी बारिश. 4 से 7 अक्टूबर तक 17 जिलों में भारी बारिश, वज्रपात और तूफान की चेतावनी जारी की गई थी. खासकर पूर्वी बिहार के निचले इलाकों में नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है. कई जिलों में रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट समेत विभिन्न स्तर की चेतावनियां जारी की गई हैं. मौसम विभाग ने बताया है कि एक कम दबाव क्षेत्र झारखंड की ओर विकसित हो रहा है, जो बारिश को और बढ़ाने का काम करेगा.
दिल्ली एनसीआर में तापमान में हो सकती है गिरावट
दिल्ली सहित पूरे क्षेत्र में तापमान में गिरावट भी देखने को मिलेगी. आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि 8 अक्टूबर से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में 4–5 डिग्री सेल्सियस तक की कमी हो सकती है. विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और ऊंचे क्षेत्रों में ठंड बढ़ सकती है, और ओलावृष्टि या बर्फबारी की घटनाएं संभव हैं.
मौसम विभाग की तरफ से राज्य आपदा प्रबंधन विभागों और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रहने की सलाह दी गई है. पानी निकास एवं नाली व्यवस्था चेक करने, छतों या कमजोर संरचनाओं की मरम्मत कराने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह लोगों को दी गई है.
दार्जिलिंग पहाड़ियों में भारी बारिश से बड़े पैमाने पर भूस्खलन में 23 की मौत
पश्चिम बंगाल के मिरिक और दार्जिलिंग पहाड़ियों में रविवार को लगातार बारिश के कारण हुए भारी भूस्खलन में कई बच्चों सहित कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण कई घर बह गए, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, दूरदराज के कई गांवों का संपर्क टूट गया तथा सैकड़ों पर्यटक फंस गए.
एनडीआरएफ और बंगाल सरकार के दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन द्वारा संकलित रिपोर्ट के अनुसार, कई स्थानों - सरसली, जसबीरगांव, मिरिक बस्ती, धार गांव (मेची), नागराकाटा और मिरिक झील क्षेत्र से लोगों के मारे जाने की खबर है. निकटवर्ती जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में एक अलग बचाव अभियान में भूस्खलन के मलबे से पांच शव बरामद किए गए.
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