पंजाब में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ चलाए गए अभियान के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लाइव होकर पंजाब का धन्यवाद किया है. इसके साथ ही उन्होंने पंजाब में धर्म के नाम पर दुकानें चलाने वालों को चेतावनी भी दे दी. मान ने कहा, 'हमें पंजाब को दोबारा पंजाब बनाना है, अफगानिस्तान नहीं बनाना.' उन्होंने कहा कि वे पंजाब में धर्मों के भाईचारे में किसी भी तरह की दरार नहीं आने देंगे. लोगों ने उन पर विश्वास किया है और वे इस विश्वास पर खरा उतरेंगे.
भगवंत मान ने कहा, 'राज्य को अफगानिस्तान बनाने के पंजाब विरोधी ताकतों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर एक प्रगतिशील, शांतमयी और खुशहाल राज्य बनाया जाएगा. कुछ लोग अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए राज्य को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'ऐसे धर्म प्रचारकों का राज्य और यहां के लोगों से कोई लेना-देना नहीं है.'
मान ने कहा, 'पंजाब और इसके लोगों के दुश्मन ऐसे नेताओं के मंसूबों को किसी भी कीमत पर नहीं बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. और इन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.' मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे परिवारों के बेटों को हथियार उठाने का उपदेश देना बहुत आसान है, लेकिन ऐसे प्रचारक जब कड़वी हकीकतों का सामना करते हैं तो इन बातों से भागते हैं.
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार हर कीमत पर पंजाब में शांति, सद्भावना और भाईचारे को बरकरार रखने के लिए वचनबद्ध है और युवाओं को धर्म के नाम पर चलाईं जा रही सांप्रदायिक फैक्ट्रियों का कच्चा माल नहीं बनने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज शिक्षा का युग है और विश्व भर में ज्ञान व अनुभव वाले लोग पहचाने जाते हैं. इसलिए राज्य सरकार पंजाब में शिक्षा को बढ़ावा देने के लगातार प्रयास कर रही है.
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