कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) वाड्रा ने वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए सोमवार से अपने अभियान का आगाज किया. उन्होंने मीनांगडी में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मानवतावादी आइकन और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा (Mother Teresa) की स्मृतियों को याद किया. प्रियंका ने बताया कि कैसे वो उनके ट्रस्ट में सेवा के दौरान बाथरूम साफ करती थीं, बर्तन धोती थीं और बच्चों को थोड़ी-बहुत अंग्रेजी सिखाती थीं.
प्रियंका गांधी ने मदर टेरेसा की 1991 की यात्रा के बारे में जिक्र किया, जब उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी. टेरेसा उनके घर आईं थीं और चैरिटिबल ट्रस्ट की दिल्ली इकाई के साथ काम करने का निमंत्रण दिया था.
उन्होंने कहा, "मदर टेरेसा को शायद एहसास हुआ होगा कि जब से मेरे पिता की मृत्यु हुई है, मैं दुखी और परेशान हूं. उन्होंने मुझसे कहा कि तुम आओ और मेरे साथ काम करो. फिर, मैंने दिल्ली में मदर टेरेसा की बहनों के साथ काम भी किया."
प्रियंका गांधी
उन्होंने कहा, "तब मुझे पता चला कि एक कम्यूनिटी कैसे मदद कर सकती है."
उन्होंने अपनी रैली में कहा, "अब मुझे समझ आने लगा है कि लोगों की ज़रूरतें क्या हैं. ये तो बस शुरुआत है. मैं आपसे मिलना चाहती हूं और आप सभी से सुनना चाहती हूं कि आपकी समस्याएं क्या हैं. साथ ही समझना चाहती हूं कि मेरी ज़िम्मेदारियां क्या-क्या हैं."
प्रियंका ने अपने भाई राहुल गांधी का भी जिक्र किया, जिन्होंने अप्रैल-मई के आम चुनाव में वायनाड में जीत हासिल की थी. उन्होंने चुनाव में लगभग 60 प्रतिशत वोट हासिल किए थे, लेकिन उत्तर प्रदेश में गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली में भी जीत हासिल करने के बाद जून में उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया था. ये सीट पहले सोनिया गांधी के पास थी.
वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा. लगभग 50 अन्य विधानसभा और लोकसभा उपचुनाव अगले महीने होंगे, जिसमें झारखंड चुनाव का पहला चरण 13 नवंबर को और दूसरा 20 नवंबर को होगा और महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव हैं.
इन सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.