भारत को शनिवार को आठ चीते मिले. भारतीय चीतों के विलुप्त होने के सात दशक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आठ चीते बोइंग 747 पर भारत पहुंचे. पीएम ने इनमें से तीन जानवरों को महत्वाकांक्षी परियोजना चीता के हिस्से के रूप में मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में पेश किया. इस दौरान उन्होंने कहा, " प्रोजेक्ट चीता, जिसके तहत सात दशक पहले विलुप्त होने के बाद देश में चीतों को फिर से लाया गया, पर्यावरण और वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन की दिशा में हमारा बड़ा प्रयास है."
इधर, सोशल मीडिया के ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म पर चीतों को लेकर भारत आए विमान के अंदर का वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है. इसी क्रम में बोइंग 747 के अंदर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चीतों को अफ्रीका के नामीबिया से भारत लाया गया है. क्लिप में पिंजरों के दृश्य भी दिखाए गए हैं, जिसमें चीतों को विमान में रखा गया था.
वीडियो में जहां चार बॉक्स प्लेन के एक हिस्से में रखे दिख रहे हैं, वहीं बाकी चार को अलग रखा गया है. वीडियो में वर्णनकर्ता की आवाज के अनुसार, इसे भारत में विमान के उतरने से कुछ देर पहले शूट किया गया है.
गौरतलब है कि शनिवार को 72 साल के हुए मोदी ने विशेष विमान से 10 घंटे की अंतरमहाद्वीपीय उड़ान के बाद लकड़ी के विशेष पिंजरों में यहां पहुंचे आठ चीतों में से तीन चीतों को एक मंच से लीवर चलाकर केएनपी में बनाए गए विशेष बाड़े में छोड़ दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने 1952 में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया, लेकिन दशकों तक उन्हें फिर से लाने के लिए कोई रचनात्मक प्रयास नहीं किया गया.
उन्होंने भारत में चीतों को फिर से बसाने के कार्यक्रम के सहायता के लिए नामीबिया सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि ‘प्रोजेक्ट चीता' के तहत सात दशक पहले विलुप्त होने के बाद देश में चीतों को फिर से लाया गया है, यह पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में हमारा प्रयास है. मोदी ने कहा, ‘‘ चीते हमारे मेहमान हैं. हमें कूनो नेशनल पार्क को उन्हें अपना घर बनाने के लिए कुछ महीने का समय देना चाहिए.''
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