कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) ने आज रविदास जयंती के मौके पर वाराणसी के संत रविदास मंदिर में लंगर परोसा. राहुल और प्रियंका गांधी दोनों ने 15-16वीं शताब्दी के प्रसिद्ध कवि और समाज सुधारक की जन्मस्थली क्षीर गोवर्धन लंगर सेवा की. इसके लिए दोनों बाबतपुर हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां पूर्व विधायक अजय राय सहित स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया और फिर सभी गुरु रविदास के मंदिर पहुंचे. मंदिर प्रबंधन ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी को गुरु रविदास की तस्वीर भी भेंट की.
संत रविदास दलितों के मसीहा थे, साथ ही उन्होंने सभी के लिए समानता और सम्मान की वकालत की, चाहे वह किसी भी जाति का हो. उन्होंने लिंग या जाति के आधार पर समाज के विभाजन का उन्होंने सख्त विरोध किया. पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने भी चुनावों के बिजी शेड्यूल के बीच संत रविदास के मंदिर पहुंचकर माथा टेका.
इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के करोल बाग में गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर में पूजा-अर्चना की. उन्होंने भक्तों के साथ बातचीत भी की और मंदिर में 'शब्द कीर्तन' में भाग लिया. पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने हर कदम और योजना में गुरु रविदास की भावना को आत्मसात किया है.
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने ट्विटर पर संत रविदास की पूजा करते हुए कई तस्वीरें पोस्ट की थी. पीएम मोदी ने लिखा था, ''महान संत गुरु रविदास जी की जन्म-जयंती है. उन्होंने जिस प्रकार से अपना जीवन समाज से जात-पात और छुआछूत जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए समर्पित कर दिया, वो आज भी हम सबके लिए प्रेरणादायी है. इस अवसर पर मुझे संत रविदास जी की पवित्र स्थली को लेकर कुछ बातें याद आ रही हैं. साल 2016 और 2019 में मुझे यहां मत्था टेकने और लंगर छकने का सौभाग्य मिला था. एक सांसद होने के नाते मैंने ये तय कर लिया था कि इस तीर्थस्थल के विकास कार्यों में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.''