दुनिया भर में आज 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने देशवासियों को योग दिवस की शुभकामनाएं दी और योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय समारोह 'योगांध्र 2025' में भाग लिया. विशाखापट्टनम में आयोजित किए गए इस विशेष कार्यक्रम में उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद रहे. विशाखापत्तनम में लाखों लोगों ने पीएम मोदी के साथ योग किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वे इस योग दिवस को मानवता के लिए योग 2.0 की शुरुआत के रूप में मनाएं, जहां आंतरिक शांति वैश्विक नीति बन जाएगी.
टाइम्स स्क्वायर में मनाया गया योग दिवस
बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने न्यूयॉर्क में बिग एपल के टाइम्स स्क्वायर में योग दिवस में भारत का प्रतिनिधित्व किया औरटाइम्स स्क्वायर में लोगों के साथ योग करते हुए दिखाई दिए. इस अवसर पर अनुपम खेर ने कहा "नमस्ते, इस दुनिया की सबसे प्रसिद्ध जगह पर योग करते देखना बहुत अच्छा लगता है. मैं बचपन से अपने दादा जी को योग करते हुए देखता आया हूं. योग सिर्फ हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं है, बल्कि हमारे मन के लिए भी बहुत फायदेमंद है. यह एक शानदार पहल थी.
अटारी-वाघा बॉर्डर में जवानों ने किया योग
योग दिवस 2025 के अवसर पर बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवानों ने पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमाओं पर योग किया. अटारी-वाघा बॉर्डर और हुसैनीवाला बॉर्डर पर भव्य योग कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जहां संदेश दिया गया कि योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि जीवनशैली है. अटारी-वाघा बॉर्डर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर के आईजी अतुल फुलजले रहे. उनके नेतृत्व में सैकड़ों बीएसएफ जवानों, सीमावर्ती गांवों के नागरिकों, स्कूली बच्चों, खेल जगत की हस्तियों और पद्म पुरस्कार विजेताओं ने योगाभ्यास किया. बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों और जवानों को मानसिक शांति, शारीरिक मजबूती और आत्मिक संतुलन से जोड़ना है.
संसद भवन में आयोजित हुआ योग कार्यक्रम
कई सारे मुख्यमंत्रियों ने भी योग दिवस के मौके पर राज्य की जनता के साथ योग किया. ओम बिरला के नेतृत्व में संसद भवन परिसर में भी योग दिवस मनाया गया.
14,700 फीट की ऊंचाई जवानों की योग
योग दिवस के अवसर पर 36वीं बटालियन के वीर जवानों ने आदि कैलाश त्रिशूल क्षेत्र में 14,700 फीट की ऊंचाई पर योग किया.