आंध्र प्रदेश में उफान पर नदियां, तटबंद में आई दरार तो भारतीय सेना ने संभाला मोर्चा, देखे तस्वीरें

भारतीय सेना की ‘इंजीनियरिंग टास्क फोर्स’ दरारों को बंद करने में लगी हुई है. फिलहाल दो दरारों को बंद कर दिया गया है और सेना तीसरी दरार को भरने का काम तेजी के साथ कर रही है.

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दरारों को बंद करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है.
विजयवाड़ा:

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में बुडामेरु नामक छोटी नदी के तटबंध में आई दरार को बंद करने के लिए भारतीय सेना युद्ध स्तर क पर काम कर रही है. जानकारी के अनुसार तटबंध में आई दरार के बाद शहर में बाढ़ आ गई थी. दरारों को भरने का जिम्मा भारतीय सेना को सौंपा गया. भारतीय सेना की ‘इंजीनियरिंग टास्क फोर्स' ने तीन में से दो दरारों को बंद कर दिया है तथा तीसरी दरार को भरने के संबंध में टास्क फोर्स, राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे है.

नागरिक प्रशासन ने पहले दो दरारों को सफलतापूर्वक बंद कर दिया, जो कि लगभग 10-15 मीटर चौड़ी थी. तीसरी दरार, लगभग 80-100 मीटर चौड़ी बताई जा रही है. भारतीय सेना ने पत्थरों से भरी गैबियन टोकरियों (5x2x2 मीटर) की दो परतों की मदद से दरार को रोकने का काम किया. कुल 16,000 रेत की बोरियां एकत्र की गई हैं, जिनमें से 1,800 उपयोग के लिए तैयार हैं.

राज्य सरकार ने शुक्रवार एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘भारतीय सेना की ‘इंजीनियरिंग टास्क फोर्स' दरारों को बंद करने में लगी हुई है. अधिकारियों ने युद्ध स्तर पर दो दरारों को बंद कर दिया है और सेना के अधिकारियों के सहयोग से तीसरी दरार को भरने का काम किया जा रहा है.''

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मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक की और दरारों को बंद करने में हुई प्रगति के बारे में जानकारी ली. उन्होंने अधिकारियों को सभी विभागों को शामिल करके तीसरी दरार को यथाशीघ्र बंद करने के निर्देश दिए तथा बिजली आपूर्ति को बहाल करने, दूरसंचार सिग्नल कनेक्टिविटी और टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के बारे में भी जानकारी ली.

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मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों के लिए छह आवश्यक वस्तुओं के वितरण के बारे में भी जानकारी ली और अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सामान पैक कर लिया गया है तथा वितरण शुरू हो गया है.

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आवश्यक वस्तुएं वितरित करने के लिए विजयवाड़ा बीआरटीएस रोड पर वाहनों का एक बेड़ा पहले ही तैयार कर दिया गया है, जिसमें पीड़ितों के लिए 25 किलोग्राम चावल, एक किलो दाल, एक किलो चीनी, दो किलो प्याज, दो किलो आलू और खाना पकाने का एक लीटर तेल शामिल है. नागरिक आपूर्ति मंत्री एन. मनोहर ने कहा कि वितरण के लिए 1,200 वाहन तैयार कर लिए गए हैं.

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इस बीच, गोदावरी नदी में बाढ़ आने के कारण दावलेश्वरम में प्रथम स्तर की चेतावनी जारी कर दी गई है. इस संबंध में अत्चन्नायडू ने कृषि अधिकारियों के साथ तत्काल समीक्षा बैठक की.

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