पंजाब (Punjab) के मोगा में गुरुवार को तीन लोग एक कपड़े की दुकान में घुस गए. उन्होंने दुकान के मालिक से पैसे ऐंठने की कोशिश की और कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistani terrorist) अर्शदीप दल्ला से बात करने की धमकी दी. हालांकि एक सजग कर्मचारी ने पुलिस को फोन कर दिया और उन बदमाशों का का प्रयास विफल हो गया.
यह घटना मोगा के कैंप क्लॉथिंग मार्केट इलाके में दोपहर में हुई. कथित तौर पर तीनों लोग अर्शदीप दल्ला (Arshdeep dalla) के सहयोगी हैं.
जबरन वसूली की यह कोशिश सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि आतंकी के तीनों सहयोगी दुकान के कुछ कर्मचारियों के फोन ले रहे हैं. दुकान मालिक को फोन पर किसी से बात करने के लिए मजबूर किया गया.
कपड़ा दुकान के मालिक ने हाथ जोड़कर प्रार्थना की और उनसे रुकने के लिए कहा लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ. दुकान के स्टाफ के एक सतर्क सदस्य ने संदेह होने पर पुलिस को फोन कर दिया.
उस समय सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (ASI) सतनाम सिंह इलाके में गश्त कर रहे थे. वे तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने अकेले ही उन्हें दुकान में घेर लिया और उनमें से दो लोगों को पकड़ लिया. हालांकि एक व्यक्ति भागने में सफल रहा. पुलिस ने कहा है कि तीनों लोग कनाडा में रहल रहे अर्शदीप दल्ला के सहयोगी हैं.
इससे पहले अर्शदीप दल्ला का पंजाब के एक कारोबारी को रंगदारी के लिए धमकाने का ऑडियो क्लिप सामने आया था. इसमें सुनाई दे रहा है- कारोबारी ने कहा, "हमारे पास पहले से ही काफी समस्याएं हैं और आप पहले से ही हमें परेशान कर रहे हैं. इस पर अर्शदीप दल्ला ने कहा- "मेरी बात सुनो, अब परेशान होने के लिए तैयार रहो."
अर्शदीप दल्ला कनाडा से फोन के जरिए पंजाब में व्यापारियों, ठेकेदारों, गायकों और शराब व्यापारियों से पैसे की उगाही कर रहा है और उस पैसे का इस्तेमाल आतंकी करतूतों के लिए मदद करने में इस्तेमाल कर रहा है.
कौन है अर्शदीप दल्ला?दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली है कि अर्शदीप दल्ला कनाडा में रह रहा खालिस्तानी आतंकवादी है. उसके पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध हैं और वह पंजाब में हिंदू नेताओं को निशाना बनाना चाहता था.
इस साल की शुरुआत में दो आतंकी संदिग्धों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के दौरान दल्ला की हिंदू संगठनों और बीजेपी की वैचारिक शाखा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेताओं को निशाना बनाने की साजिश का खुलासा हुआ था. जनवरी में पुलिस ने दिल्ली के जहांगीरपुरी में छापेमारी की थी और जगजीत सिंह जग्गा और नौशाद को गिरफ्तार किया था. हथियार भी बरामद किए गए थे.
कोर्ट में दायर की गई दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, जग्गा ने खुलासा किया कि वह दल्ला के संपर्क में था. आरोप पत्र में कहा गया है कि कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकवादी ने जग्गा को पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों के लिए तैयार रहने के लिए कहा था.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दल्ला की गिरफ्तारी के लिए कोई भी जानकारी देने पर 10 लाख रुपये का इनाम देने की पेशकश की है.
अर्शदीप दल्ला खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर का करीबी था. निज्जर जून में कनाडा में मारा गया था. इसके बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या के लिए "भारतीय एजेंटों" को दोषी ठहराया. इसके बाद भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद पैदा हो गया. भारत ने ट्रूडो के दावों को खारिज कर दिया और उन्हें "बेतुका" और "प्रेरित" बताया.