संसद का विशेष सत्र सोमवार को पुरानी बिल्डिंग (Parliament Old Building) में शुरू हुआ. संसद का कामकाज मंगलवार यानी गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के मौके पर नए भवन (New Parliament Building) में शिफ्ट हो जाएगा. नए संसद भवन में सांसदों का स्वागत खास तोहफे के साथ किया जाएगा. सांसदों को संविधान की कॉपी, एक डाक टिकट और एक स्मारक सिक्का गिफ्ट के तौर पर दिया जाएगा. ये गिफ्ट जूट के बैग में पैक रहेगा. जूट के बैग पर सांसदों के नाम लिखे रहेंगे.
संसद की पुरानी इमारत संविधान को अपनाने समेत कुछ ऐतिहासिक घटनाओं की गवाह रही है. यह 1927 में बनकर तैयार हुआ था. यानी इसके निर्माण में 96 साल हो चुके हैं. सोमवार को संसद की पुरानी बिल्डिंग में कामकाज का आखिरी दिन रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को लोकसभा में अपने भाषण में पुरानी इमारत की 'हर ईंट' को श्रद्धांजलि दी. पीएम ने कहा कि सांसद "नई आशा और विश्वास" के साथ नई इमारत में प्रवेश करेंगे.
64,500 वर्ग मीटर एरिया में ये त्रिकोणीय आकार की चार मंजिला इमारत बनी है. नया भवन पुराने भवन से 17 हजार वर्ग मीटर बड़ा है. इस पर भूकंप का असर नहीं होगा. इसका डिजाइन HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है. इसके आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं.
नई बिल्डिंग की सबसे बड़ी विशेषता संविधान हॉल है. कहा जा रहा है कि इस हॉल में संविधान की कॉपी रखी जाएगी. इसके अलावा महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, देश के प्रधानमंत्रियों की बड़ी तस्वीरें भी लगाई गई हैं.
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