महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस को धमकी और रिश्वत की पेशकश के मामले में एक और हैरान करने वाली बात सामने आई है. अमृता फडणवीस ने जब आरोपी अनीक्षा का फोन ब्लॉक कर दिया तो एक अज्ञात फोन से उनके फोन पर कुछ वीडियो और ऑडियो भेजे गए. वीडियो में अमृता फडणवीस को हार पहनाया जा रहा था, अंगूठी पहनाई जा रही थी. हालांकि वीडियो में वे वह वापस करते हुए भी दिख रही हैं.
लेकिन एक वीडियो गंभीर किस्म का था, जिसमें एक बैग के दो वीडियो थे. एक में पैसे भरते हुए और फिर वैसा ही एक बैग देवेंद्र फडणवीस के बंगले पर काम करने वाली एक महिला को देते हुए देखा गया. उसमें एक धमकी भी थी कि, ''ये सब वीडियो हम सार्वजनिक कर देंगे तो आपके पति की नौकरी चली जाएगी. मेरा सभी दलों के नेताओं से संबंध है इसलिए मेरी मदद करो और मेरे ऊपर लगे सभी केस वापस लेने की कारवाई शुरू करो.''
देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में दी जानकारी
देवेंद्र फडणवीस के मुताबिक ये बात जब उन्हें पत्नी अमृता से पता चला तो तुरंत उन्होंने पुलिस को सूचित कर शिकायत देकर एफआईआर करवाई. देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बताया कि एफआईआर होने के बाद जानबूझकर उसे सार्वजनिक नही किया गया क्योंकि कुछ पुलिस वालों का मानना था कि आरोपी फरार है तो उसे ट्रैप कर सकते हैं, वह आपको संपर्क करेगा.
इस बीच उस वीडियो का फॉरेंसिक टेस्ट भी करवाया गया. फ्रेम बाई फ्रेम हुए फॉरेंसिक टेस्ट में साफ दिख रहा है कि पैसे वाला बैग और घर में दिया गया बैग अलग है. घर में बैग उसने कपड़े बोलकर दिया था जो वीडियो में दिख भी रहा है, उसमें पैसे नहीं थे.
पुलिस ने कहा कि हम आरोपी को एंगेज करते हैं. फिर उससे बातचीत शुरू की गई जिसमें उसने बातचीत में कई बातें बताईं. उसने कबूल किया कि उसे अपने ऊपर के मामले वापस करवाने थे इसलिए ये सब किया. अब मामले वापस ले रहे हैं तो वह इसे इस्तेमाल नहीं करेगा.
आरोपी ने बातचीत में कई पुलिस वालों के और नेताओं के नाम लिए
फडणवीस के मुताबिक उसे लग रहा था कि पुलिस को और मुझे कुछ पता नहीं है. उसने बातचीत में कई पुलिस वालों के और नेताओं के नाम लिए. उस लड़की ने एक बातचीत में बताया कि पिछले मुंबई सीपी के कार्यकाल में उसके खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की कार्रवाई शुरू की गई थी. लेकिन आप के आने के बाद रुक गई. उसने ये भी बताया कि उसे ऐसा करने के लिए कहा गया था. उसने कुछ नाम भी बताए और यह भी कहा कि आप अगर हमारे केस वापस लेंगे तो हम ये उनके खिलाफ भी बोल सकते हैं.
देवेंद्र फडणवीस विधानसभा में बताया कि ट्रैप करने के लिए हुई कई बातें रिकॉर्ड की गई हैं और पुलिस डायरी भी बनी है. देवेंद्र फडणवीस के मुताबिक वह व्यक्ति ट्रैप में आने ही वाला था कि खबर मीडिया में आ गई क्योंकि FIR को अदालत में भेजना होता है. अब खबर छप गई है तो वह व्यक्ति सावधान हो जाएगा और पकड़ में शायद ही आए.
हालांकि खबर छपने और मामला विधानसभा में उठने के बाद मुंबई पुलिस ने उल्हासनगर में आरोपी बुकी अनिल जयसिंघानी के घर छापा मारकर उसकी बेटी अनीक्षा को गिरफ्तार कर लिया. अनिल जयसिंघानी फरार है.