- NDA ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार बनाया है
- शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने राधाकृष्णन के व्यक्तित्व और अनुभव की प्रशंसा की है
- उपराष्ट्रपति चुनाव में डीएमके को अपने तमिल पहचान और राष्ट्रीय गठबंधन के बीच संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण होगा
National Democratic Alliance (NDA) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 9 सितंबर 2025 को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इस बड़े कदम के बाद शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने उन्हें सार्वजनिक रूप से बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. अब उनके इस शुभकामना को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
संजय राउत ने क्या कहा?
संजय राउत ने ANI को दिए बयान में कहा कि सीपी राधाकृष्णन का व्यक्तित्व बहुत अच्छा है, वे गैर-विवादास्पद व्यक्तित्व वाले हैं और उनके पास काफी अनुभव है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. इस खुले समर्थन ने संकेत दिए हैं कि शिवसेना (UBT), जो इस समय विपक्ष की प्रमुख घटक दलों में है, NDA की राह में एक नरम रुख अपना सकती है.
क्या उपराष्ट्रपति चुनाव में हो सकता है खेला?
विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक में शामिल तमिलनाडु की प्रमुख पार्टी DMK को भी अब एक दुविधा का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर सीपी राधाकृष्णन तमिल हैं, दूसरा उनके खिलाफ खड़ा होना DMK के लिए क्षेत्रीय भावनाओं के खिलाफ जाने जैसा होगा. ऐसे में वे राष्ट्रीय गठबंधन के अनुरूप खड़े रहें या राजनीतिक संतुलन बनाएं, यह देखने वाली बात होगी. अगर शिवसेना यूबीटी और डीएमके जैसे दल का झुकाव एनडीए उम्मीदवार की तरफ होता है तो इससे इंडिया गठबंधन को झटका लग सकता है.
इंडिया गठबंधन की तरफ से अभी नहीं हुई है उम्मीदवार की घोषणा
NDA की उम्मीदवारी के बाद, INDIA ब्लॉक अगले कुछ दिनों में रणनीति तय करेगा. हालांकि अभी तक साफ तौर पर विपक्षी एकता में फूट की कोई खबर नहीं आई है. हालांकि उपराष्ट्रपति के पद के लिए बीजेपी के उम्मीदवार की घोषणा को जानकार एक मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देख रहे हैं.
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