- IMD ने 5, 7 और 8 दिसंबर को उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई है.
- बारिश न होने से उत्तराखंड में सूखी ठंड पड़ रही है. जिससे लोग परेशान हैं.
- मैदानी इलाकों सहित दिल्ली और एनसीआर में भी सूखी ठंड का असर देखा जा रहा है, जिससे तापमान काफी नीचे गिरा है
उत्तराखंड में आनेवाले अगले एक हफ्ते तक कड़ाके की ठंड का सामना लोगों को और करना पड़ेगा. राज्य में फिलहाल बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं. पहाड़ों में बारिश नहीं हो रही है. जिसकी वजह से निचले इलाकों दिल्ली और एनसीआर में इसका असर देखने को मिल रहा है और तापमान काफी नीचे जा चुका है. उत्तराखंड में लगातार सर्दी का सितम लोगों को परेशान कर रहा है. उत्तराखंड में मौसम शुष्क बना हुआ है. जिसकी वजह से सूखी ठंड ने लोगों को परेशान कर रखा है.
उत्तराखंड मौसम विभाग के मुताबिक नवंबर के पूरे महीने में बारिश नहीं हुई है. यहां तक की दिसंबर की शुरुआत भी बिना बारिश के हुई है. बारिश नहीं होने से लगातार सूखी ठंड पड़ रही है. सुबह और शाम लगातार ठंड बढ़ती जा रही है. उत्तराखंड मौसम विभाग ने 5 दिसंबर, 7 दिसंबर और 8 दिसंबर को तीन जिलों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरकाशी चमोली और पिथौरागढ़ में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है. लेकिन इसके साथ ही 3200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में बर्फबारी की संभावना जताई है. लेकिन बाकी के उत्तराखंड के 10 जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा. फिलहाल मैदानी क्षेत्रों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच चुका है.
उत्तराखंड में बारिश नहीं होने की वजह से इसका असर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में तो पड़ रहा है. इसके साथ ही दिल्ली और एनसीआर वाले क्षेत्र में भी इसका सीधा असर हो रहा है. क्योंकि अमूमन जब पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और अच्छी बर्फबारी होती है, तो निचले इलाके खासकर दिल्ली और एनसीआर वाले क्षेत्रों में इसका असर होता है. लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से सूखी ठंड लगातार बढ़ रही है. चाहे वह उत्तराखंड का मैदानी क्षेत्र हो या फिर दिल्ली और एनसीआर सब जगह ठंड के सितम से आम लोग परेशान है. सुबह और शाम तापमान गिरने की वजह से सड़कों पर लोग नहीं निकल पा रहे हैं. साथ ही सुबह मॉर्निंग वॉक करने वाले भी अब काम ही देखे जा रहे हैं.
उत्तराखंड में 10 दिसंबर तक कैसा रहेगा मौसम
- देहरादून में 10 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक रहने वाला है.
- हल्द्वानी में 10 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री रह सकता है.
- हरिद्वार में 9 दिसंबर तक 26 डिग्री अधिकतम तापमान और न्यूनतम 9 डिग्री तापमान रहने की उम्मीद है.
- केदारनाथ धाम में 10 दिसंबर तक-3 डिग्री अधिकतम और न्यूनतम -9 डिग्री तापमान रह सकता है.
- बद्रीनाथ धाम में अधिकतम तापमान माइनस 9 डिग्री और न्यूनतम तापमान माइनस16 डिग्री रहने की उम्मीद है.
- गंगोत्री में 10 दिसंबर तक माइनस 3 डिग्री अधिकतम तापमान और न्यूनतम तापमान माइनस 12 डिग्री रहने की उम्मीद है.
- यमुनोत्री में 10 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रह सकता है.
- हेमकुंड साहिब मे 10 दिसम्बर तक अधिकतम तापमान - 4 डिग्री और न्यूनतम तापमान -13 डिग्री रह सकता है.
- मुक्तेश्वर में 10 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहने की उम्मीद है.
- मसूरी में 9 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 17 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहने की उम्मीद है.
- नैनीताल में 9 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री रहने की उम्मीद है.
वहीं अब बारिश की बात करें तो 1 अक्टूबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक मात्र 11% ही बारिश प्रदेश भर में हुई है. नवंबर का महीना बिना बारिश के गुजारा है और दिसंबर के चार दिन अभी तक बारिश का नामोनिशान नहीं है. वैसे नवंबर के महीने में अमूमन बारिश कम ही रिकॉर्ड की जाती है. वहीं आंकड़ों के मुताबिक पिछले 5 सालों में इस बार न्यूनतम तापमान सबसे कम रिकॉर्ड किया गया है. नवंबर के महीने में उत्तराखंड के अल्मोड़ा ,बागेश्वर, देहरादून ,पौड़ी, चंपावत, टिहरी ,हरिद्वार ,नैनीताल ,रुद्रप्रयाग ,उत्तरकाशी में बारिश नहीं हुई है.
यही वजह है कि हड्डियों को गला देने तक वाली ठंड पड़ रही है. जिसकी वजह से इसका न सिर्फ खेती और बागवानी पर असर पड़ रहा है. बल्कि आम लोगों के सामान्य चीजों को भी काफी प्रभावित कर रहा है. खासकर बुजुर्ग बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर इसका सीधा असर पड़ रहा है. सूखी ठंड पड़ने से लोगों को खांसी सर्दी जुकाम और बुखार जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.














