- उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है
- धराली क्षेत्र में बादल फटने से खीर गंगा नदी में अचानक बाढ़ आई, जिससे कई होटल और होम स्टे बह गए हैं
- बारिश के कारण 50 से अधिक लोग लापता हैं और राहत बचाव कार्य के लिए NDRF तैनात किए गए हैं
उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारत मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार सुबह 8:30 बजे तक के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है. वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. आर. के. जेनमनी ने NDTV से बातचीत में इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि राज्य में "अति भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है." रेड अलर्ट ऐसे समय पर जारी किया गया है जब राज्य पहले ही बर्बादी का सामना कर रहा है. मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में खीर गंगा नदी के ऊपर बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे नदी में अचानक बाढ़ आ गई. इस हादसे में करीब 20-25 होटल और होम स्टे बह गए और 50 से अधिक लोगों के लापता होने की खबर है.
बारिश और खतरा दोनों बने हुए हैं
IMD के मुताबिक, मानसून फिलहाल काफी सक्रिय है और उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश के ऊपर घने बादल बन रहे हैं. इस स्थिति में हिमालयी क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश की संभावना बनी रहती है. IMD ने 4 अगस्त के लिए भी पहले रेड अलर्ट जारी किया था, जो अब 6 अगस्त को भी दोहराया गया है.
मौसम विभाग ने दी सख्त चेतावनी
भारत मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में न जाने की सख्त हिदायत दी है. विभाग की ओर से कहा गया है: "जहां हमने रेड अलर्ट जारी किया है, वहां लोगों को नहीं जाना चाहिए. स्थानीय लोगों को भी बेहद सतर्क रहना होगा, खासकर भूस्खलन संभावित इलाकों में."
बचाव में जुटा प्रशासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर तैनात हैं और राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है. उन्होंने लोगों से घबराने नहीं और सतर्क रहने की अपील की है.
IMD ने जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है उनमें शामिल हैं
- हरिद्वार
- नैनीताल
- उधम सिंह नगर
- उत्तरकाशी
- चमोली
- पिथौरागढ़
क्या करें, क्या न करें (IMD एडवाइजरी):
- पहाड़ी इलाकों की यात्रा फिलहाल टालें
- नदी-नालों के पास न जाएं
- प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में रहें
- बारिश के दौरान सुरक्षित जगहों पर रहें
- अफवाहों पर ध्यान न दें, सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें