उत्तराखंड में भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्या पर उसके रिसॉर्ट में काम करने वाली एक युवती की हत्या का आरोप है. इस मामले को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है, जिसके बाद नाराज लोगों ने पुलकित आर्या के रिसॉर्ट में आग लगा दी. आग रिसॉर्ट के एक हिस्से में लगाई गई थी, जिसे बाद में बुझा लिया गया. पुलिस ने आरोपी पुलकित समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर उसके रिसॉर्ट पर बुलडोजर भी चलाया गया है.
इस बीच हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य को उत्तराखंड अन्य पिछड़ा आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. इसके अलावा बीजेपी ने उनके पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है. अंकित आर्य भाजपा नेता है. पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर यह कार्यवाही की गयी है.
गुस्साए लोगों ने स्थानीय भाजपा विधायक रेणु बिष्ट की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की. पुलिस ने विधायक को सुरक्षित निकाला है.
रिसॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करने वाली युवती का शव शनिवार सुबह चीला नहर से बरामद हुआ है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, ‘इस हृदयविदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी जी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के आदेश दे दिए हैं.'
इस मामले का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य रिसॉर्ट का मालिक है जहां पीड़िता नौकरी करती थी. पुलकित हरिद्वार से भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है. विनोद आर्य उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं. भाजपा नेता के बेटे ने गैरकानूनी तरीके से पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में इस रिसॉर्ट का निर्माण कराया था जिसे शुक्रवार रात ध्वस्त कर दिया गया.
सीएम धामी ने शनिवार को कहा, ‘आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा कार्रवाई भी कल देर रात की गई है. हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.'
पुलकित आर्य, रिसॉर्ट के प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को लड़की की हत्या करने और शव चीला नहर में फेंकने का अपराध स्वीकार करने के बाद शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.
पौड़ी के एएसपी शेखर चंद्र सुयाल ने शुक्रवार को बताया था कि शुरुआत में आरोपियों ने पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया.
लड़की का शव मिलने से पहले उसके अभिभावकों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह सोमवार से से लापता है.