उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Election 2022) से पहले नेताओं के एक पार्टी से दूसरे में जाने का सिलसिला जारी है. 14 फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय (Kishore Upadhyay) गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए. कहा जा रहा है कि वह बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं. कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में उपाध्याय को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था.
किशोर उपाध्याय ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा, "मैं उत्तराखंड को आगे ले जाने की भावना के साथ भाजपा में शामिल हुआ हूं. आपको कांग्रेस से पूछना चाहिए कि ऐसी स्थिति (पार्टी छोड़ने की स्थिति) क्यों खड़ी हुई."
उन्होंने यह भी कहा, "किशोर अब कुछ नया करेंगे. अब बोलने का समय आ गया है."
कहा जा रहा है कि बीजेपी उन्हें टिहरी से चुनाव मैदान में उतारेगी, जहां से वह 2002 और 2007 का विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं.
इससे पहले, कांग्रेस ने किशोर उपाध्याय को सभी पदों से हटा दिया था.
कांग्रेस ने उपाध्याय को लिखे पत्र में कहा, "चूंकि आप कई चेतावनियों के बावजूद पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं, इसलिए आपको तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है."
READ ALSO: उत्तराखंड की टोपी पहनने पर CM धामी ने PM मोदी का जताया आभार, कांग्रेस ने बताया 'चुनावी नौटंकी'
उपाध्याय कुछ सप्ताह पहले तक उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए बनी कांग्रेस समन्वय समिति के प्रमुख की भूमिका निभा रहे थे और वह राज्य कांग्रेस कोर कमेटी तथा उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य थे.
उन्होंने इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के उत्तराखंड चुनाव के प्रभारी प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की थी. तब से ही उपाध्याय के पार्टी छोड़ने के कयास लगाए जा रहे थे.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की सभी 70 सीटों पर 14 फ़रवरी को मतदान होगा. मतगणना 10 मार्च को होगी.
वीडियो: पूर्व CM हरीश रावत की सीट बदली, अब लालकुआं से चुनाव लड़ेंगे