उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है. यहां पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल और भूपेश उपाध्याय (पार्टी की प्रदेश इकाई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष) ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. कर्नल कोठियाल 2022 के विधानसभा चुनावों में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे. दोनों नेताओं ने अपने इस्तीफे आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अलग-अलग सौंपे. पूर्व सैन्य अधिकारी ने अपने इस्तीफे की प्रति ट्विटर पर पोस्ट करते हुए पार्टी छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की है.
कोठियाल की जमानत हो गई थी जब्त
बता दें कि विधानसभा चुनाव में गंगोत्री सीट से चुनाव लड़ने वाले कोठियाल की जमानत जब्त हो गई थी. केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में कर्नल कोठियाल ने कहा, ‘‘ मैं 19 अप्रैल, 2021 से लेकर 18 मई, 2022 तक आम आदमी पार्टी का सदस्य रहा हूं. पूर्व सैनिकों, अर्धसैनिक बलों के पूर्व कर्मियों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैं 18 मई को अपना इस्तीफा आपको भेज रहा हूं.''
हालांकि, 24 अगस्त, 2021 को एक सदस्य के रूप में पार्टी में शामिल हुए उपाध्याय ने अपने इस्तीफे का कारण पार्टी की विचारधारा से मोहभंग होना बताया. उपाध्याय ने केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, ‘‘आप का कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद, मैंने महसूस किया कि यह विचारधारा और कार्यशैली से बहुत दूर है.''
पार्टी के व्यवहार से थे नाराज
उन्होंने उत्तराखंड के लिए पार्टी के वर्तमान प्रभारी और सह-प्रभारी को भी पार्टी पर ‘‘थोपा'' हुआ करार दिया और उन पर अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए इसे ‘‘ईस्ट इंडिया कंपनी के एजेंटों'' की तरह चलाने का आरोप लगाया. बताया जा रहा है कि चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी द्वारा अपने साथ किए जा रहे कथित 'व्यवहार' से कर्नल कोठियाल खुश नहीं थे. उत्तराखंड में पार्टी के प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए हाल में दिल्ली में हुई बैठक में भी कर्नल कोठियाल को नहीं बुलाया गया था.
हाल में कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि कर्नल कोठियाल का पार्टी छोड़ने का निर्णय व्यक्तिगत है. आप की प्रदेश इकाई के समन्वयक बिष्ट ने कहा, ‘‘वह (कोठियाल) पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में से एक हैं. त्यागपत्र देने का उनका निर्णय व्यक्तिगत है, क्योंकि उन्होंने इसके लिए कोई कारण नहीं बताया है. उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं.''
खाता भी नहीं खोल पाई थी पार्टी
केजरीवाल ने पिछले साल अगस्त में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर कोठियाल के नाम की घोषणा करते हुए कहा था कि पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में सेना के पूर्व अधिकारी को चुनने का निर्णय राज्य के लोगों से प्राप्त प्रतिक्रिया पर आधारित है. आप की उत्तराखंड के लिए बड़ी योजनाएं थीं, क्योंकि उसने राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और मतदाताओं को लुभाने के लिए कई मुफ्त उपहार देने का वादा भी किया था. हालांकि, पार्टी राज्य में अपना खाता भी नहीं खोल सकी.
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