उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की इमेज को बढ़ावा देने के लिए आज अखबार में एक फुल पेज कवर विज्ञापन छपा है, जिसने तृणमूल कांग्रेस को बेहद खुश कर दिया है. दरअसल, विज्ञापन में विकास के पर्याय के रूप में जो तस्वीर छपी है, वह कोलकाता के एक फ्लाईओवर की है, जिस पर पीली टैक्सी भी जाती हुई दिख रही है. पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इसे चुनाव जीतने के लिए बंगाल सरकार के कार्यों को अपने काम के रूप में भुनाने का बीजेपी पर आरोप लगाया है.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी विज्ञापन में राज्य में पिछले पांच वर्षों में योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को दिखाया गया है, जिसे अक्सर देश में सबसे कम विकसित में से एक राज्य के रूप में देखा जाता है लेकिन योगी के डेवलपमेंट मॉडल को उजागर करने वाली तस्वीरों ने पार्टी को विवादों में डाल दिया है.
विज्ञापन में दिए गए कोलाज के एक हिस्से में कोलकाता की तस्वीर प्रतीत होती है, जिसमें एक फ्लाईओवर जिस पर नीला-सफेद पेंट का ट्रेडमार्क है उस पर पीली टैक्सियाां दौड़ रही हैं. कई सोशल मीडिया यूजर्स ने फ्लाईओवर की पहचान ममता बनर्जी की सरकार द्वारा बनाए गए मध्य कोलकाता में 'मा फ्लाईओवर' के रूप में की है.
सोशल मीडिया यूजर्स ने विज्ञापन में उसी फ्लाईओवर के एक तरफ दो ऊंची इमारतों की पहचान एक फाइव स्टार होटल चेन के रूप में की है. हाल ही में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा को शिकस्त देने वाली तृणमूल कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने ट्वीट कर इस विज्ञापन के लिए भाजपा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का मजाक उड़ाया है.
तृणमूल के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने ट्विटर पर तीखी टिप्पणी पोस्ट की है. उन्होंने लिखा, "योगी आदित्यनाथ के लिए यूपी के विकास का मतलब है, ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में हुए बुनियादी ढांचे के विकास की तस्वीरें चुराना और उन्हें अपना कहकर इस्तेमाल करना! ऐसा लगता है कि भाजपा का 'डबल इंजन मॉडल' सबसे मजबूत राज्य में बुरी तरह से विफल हो गया है और वह अब सार्वजनिक तौर पर उजागर हो गया है!"
पार्टी नेता साकेत गोखले ने ट्वीट किया, "सबसे नीचे बाईं ओर की तस्वीर कोलकाता के माँ फ्लाईओवर की है. ज़ूम इन करें और आप फ्लाईओवर पर प्रतिष्ठित कोलकाता की पीली एंबेसडर टैक्सी भी देख सकते हैं. "ट्रांसफॉर्मिंग यूपी" का अर्थ है भारत भर में अखबारों के विज्ञापनों पर लाखों खर्च करना और कोलकाता में विकास तस्वीरें चुराना?"
सत्ताधारी पार्टी की शानदार जीत के बाद बीजेपी से तृणमूल में वापसी करने वाले वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है.
हालांकि, यूपी सरकार के सूचना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवनीच सहगल ने प्रकाशक द्वारा दी गई माफी को रीट्वीट किया है, जिसमें प्रकाशक ने कहा है कि गलती से दूसरी तस्वीर छप गई है.
A wrong image was inadvertently included in the cover collage of the advertorial on Uttar Pradesh produced by the marketing department of the newspaper. The error is deeply regretted and the image has been removed in all digital editions of the paper.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और बीजेपी दूसरी बार सत्ता में लौटने की उम्मीद कर रही है लेकिन राज्य के नेताओं के एक वर्ग में यह संदेह है कि कोविड की दूसरी लहर से निपटने में मुख्यमंत्री की छवि खराब हुई है. ग्रामीण इलाकों में ऑक्सीजन संकट और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की कमी की खबरों के बीच गंगा नदी के रेत के किनारे दबे हजारों शव और उसमें तैरते अन्य लोगों ने दुनिया भर में सुर्खियां बटोरी थीं.
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