Uttar Pradesh Bypolls 2024: उत्तर प्रदेश में बुधवार को नौ विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए मतदान हुआ. इस दौरान कई विधानसभा क्षेत्रों में विवाद हुए. मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और बीजेपी ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए और चुनाव आयोग से शिकायतें कीं. मतदान के दौरान एक क्षेत्र में पथराव हुआ और कुछ सीटों पर फर्जी मतदान की खबरें आईं. पुलिस के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया. चुनाव आयोग ने अलग-अलग क्षेत्रों के कुल 10 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया.
उपचुनाव में कुल 90 उम्मीदवार मैदान में थे. सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र से मैदान में थे. सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार खैर और सीसामऊ सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे थे. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी सीट पर सपा ने जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी ने फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर सीट पर कब्जा जमाया था. मीरापुर सीट राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के पास थी, जो अब बीजेपी की सहयोगी है.
1. दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप
लगभग सभी सीटों पर प्रशासन पर आरोप लगा कि धांधली हुई है. समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया. सपा का आरोप था कि धर्म देखकर रोका गया. बीजेपी ने आरोपों को खारिज किया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और अखिलेश यादव के बयान आए. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला किया.
2. ककरोली गांव में दो समूहों के बीच टकराव
बड़ा विवाद मुजफ्फरनगर के मीरापुर में देखने को मिला. वहां पत्थरबाजी हुई. पिस्टल तानते पुलिसवाले का वीडियो वायरल हुआ. अखिलेश यादव ने इस पर ट्वीट किया. मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के मतदान के दौरान ककरोली गांव में दो समूहों के बीच टकराव के बाद पथराव की घटना हुई. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुम्बुल राणा ने आरोप लगाया कि पुलिस पहचान पत्र की जांच के नाम पर मतदाताओं को परेशान कर रही थी.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग से मतदाताओं के कथित दमन के वीडियो साक्ष्य के आधार पर तत्काल संज्ञान लेने का आग्रह किया. उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड की जांच करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को वीडियो साक्ष्य के आधार पर तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए. पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र की जांच करने का कोई अधिकार नहीं है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, कुछ पुलिस अधिकारी पूरी तरह से भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं. ये मतदाताओं को धमका रहे हैं और उन पर हाथ भी उठा रहे हैं. लाठी मारने की धमकी भी दे रहे हैं. साथ ही समाचार चैनल तक को धकेलकर अपना रौब जमा रहे हैं. ऐसे अधिकारी की पहचान की जाए और तत्काल निलंबित किया जाए.
3. कुंदरकी का चुनाव रद्द करने की मांग
कुंदरकी में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हाजी रिजवान ने चुनाव रद्द करने की मांग की. रिजवान ने कहा कि मतगणना का बहिष्कार करेंगे. रिजवान का आरोप था कि एकतरफा वोटिंग हुई है. आयोग को चुनाव रद्द करवाना चाहिए. हाजी रिजवान ने जिला व पुलिस प्रशासन पर मतदाताओं को रोकने का आरोप लगाया. नाकाबंदी करके मतदाताओं को रोकने के साथ ही पोलिंग बूथ पर फर्जी वोट डाले जाने का आरोप लगाया.
कुंदरकी में बीजेपी के प्रत्याशी रामवीर सिंह ने कहा कि सपा प्रत्याशी हार रहे हैं, इसलिए वे प्रशासन और दूसरी पार्टियों पर गलत आरोप लगा रहे हैं. मतदान को रोकने जैसी बात बेबुनियाद है.
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4. चुनाव आयोग ने 10 पुलिस कर्मियों पर की कार्रवाई
चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी की शिकायत के बाद 10 पुलिसवालों पर कार्रवाई की. 5 सस्पेंड हुए और 5 लाइन हाजिर हुए हैं. उन पर आरोप है कि वोटरों को रोका गया. चुनाव आयोग ने अलग-अलग पांच जिलों में पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
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5. सीसामऊ में पोलिंग एजेंट को पीटने का आरोप
सीसामऊ सीट पर दोनों ओर के उम्मीदवारों ने प्रशासन को घेरे में ले लिया. सपा कैंडिडेट ने कहा कि एकतरफा वोटिंग हुई है. बीजेपी ने भी यहां आरोप लगाया कि पोलिंग एजेंट को मारा गया. पत्थरबाजी के भी आरोप लगे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह विधानसभा उपचुनाव हेराफेरी के जरिए जीतने के लिए प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में अनियमितताओं के बारे में निर्वाचन आयोग से शिकायत की है.
सीसामऊ के बीजेपी उम्मीदवार सुरेश अवस्थी अपने समर्थकों के साथ अधिकारियों से बहस करते दिखाई दिए. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के गुंडे हमारे एजेंट को धक्का मारकर निकाल रहे हैं. आप लोग सिर्फ देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरान उनकी गाड़ी पर किसी ने पत्थर भी फेंका. हालांकि, गाड़ी को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
6. करहल में बोरे में मिली युवती की लाश
करहल में बोरे में एक युवती लाश मिली. उसके परिजनों और बीजेपी का दावा था कि युवती बीजेपी को वोट देने चाहती थी और उसे मार दिया गया. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपनी गुंडई और माफियागिरी से बाज नहीं आ रही है. मैनपुरी जनपद की करहल विधानसभा क्षेत्र में कल एक दलित बेटी को समाजवादी पार्टी के समर्थक उसको घर से बाइक पर बैठा कर ले गए. बाद में बोरे में उसका शव मिला. सपा के लोगों ने दलित बेटी की केवल इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वह बीजेपी को वोट देना चाहती थी. पीएम मोदी ने उनको कॉलोनी दी है, उस कारण उस बेटी का साफ-साफ कहना था कि वो भाजपा को वोट देगी. प्रशांत यादव नाम का शख्स बेटी को घर से लेकर गया. बेटी ने उससे कहा कि हम वोट करेंगे तो बीजेपी को करेंगे, क्योंकि हमें कॉलोनी मिली है.
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बीजेपी उत्तर प्रदेश ने एक्स पर एक पोस्ट करके आरोप लगाया और शोकाकुल पिता का एक वीडियो भी संलग्न किया. पार्टी ने कहा, करहल में समाजवादी पार्टी के नेता प्रशांत यादव और उसके साथियों ने एक दलित लड़की की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने 'साइकिल' (सपा का चुनाव चिह्न) को वोट देने से इनकार कर दिया था. मैनपुरी में, सैफई परिवार और अखिलेश यादव के गुंडे फिर से आतंक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
7. पुलिस पर लाल कार्ड के दुरुपयोग का आरोप
लाल कार्ड का विवाद. पुलिस पर आरोप लगा कि जानबूझकर एकतरफा कार्रवाई के नाम पर लाल कार्ड जारी किया गया. पुलिस के पास अधिकार है कि चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वाले तत्वों को वह लाल कार्ड कर सकती है, जिससे उसे घर में रहने को कहा जाता है. कुंदरकी में इस पर विवाद हुआ. आरोप लगा कि लाल कार्ड का दुरुपयोग किया गया. जिलाधिकारी अनुज कुमार ने बाद में सफाई दी. समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लाल कार्ड का दुरुपयोग किया और उसके कार्यकर्ताओं को यह जबरन दिया गया.
8. विवादों के बीच मतदान कम होने का अनुमान
इतने सारे विवाद के बाद भी वोटिंग कम ही रही. दोपहर तीन बजे के ट्रेंड को देखें तो सभी नौ सीटों पर वोटिंग 50 प्रतिशत से नीचे भी सिमट सकती है. तीन बजे तक नौ सीटों पर औसत 41.92 प्रतिशत मतदान हुआ.
9. बुर्के पहनकर फर्जी वोटिंग!
बुर्के पर घमासान. बीजेपी ने इस बीच मांग की कि बुर्के में महिलाओं को फर्जी वोट डलवाने का आरोप लगाया गया. चुनाव आयोग को चिट्ठी दी गई है. बीजेपी ने कहा कि, इस चुनाव में हमने देखा है कि इनके समर्थक पुरुष बुर्का पहनकर मतदान करना चाहते हैं. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि, लगातार निर्वाचन आयोग से इस बात की शिकायत की है. ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा. लोकतंत्र में आप संविधान की प्रति लेकर केवल तमाशा दिखाना चाहते हैं और लोकतंत्र के महापर्व पर संविधान की धज्जियां उड़ने का कम करते हैं. बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि, सपा ने मतदाताओं पर भरोसा खो दिया है, इसीलिए उन्होंने उपचुनाव वाले क्षेत्रों में बाहरी उपद्रवी तत्वों को इकट्ठा किया है. मीडिया की कई खबरों के मुताबिक बुर्का पहने महिलाओं के चेहरे उनके पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं.
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10. फर्जी मतदान के लिए बाहर से गुंडों को बुलाने का आरोप
समाजवादी पार्टी पर बीजेपी ने आरोप लगाया कि बाहर से गुंडे किस्म के लोगों को बुलाया गया और मस्जिद में आकर छिपाया गया. बीजेपी के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के उम्मीदवार मिथलेश पाल ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि चुनाव क्षेत्र के बाहर से लोगों को फर्जी मतदान के लिए बुलाया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया, इन लोगों को मदरसों और विद्यालयों में ठहराया गया है. पाल ने यह भी दावा किया कि बुर्का पहने महिलाओं द्वारा फर्जी मतदान किया जा रहा है. पाल ने कहा कि फर्जी मतदान को रोकने के लिए पुलिस को निश्चित रूप से इसकी जांच करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया, यह सब पुलिस के लचीले रवैये के कारण हो रहा है. हमने शिकायत की है, लेकिन पुलिस फिलहाल कुछ नहीं कर पा रही है.