उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. जिन सीटों पर वोटिंग होनी है, उसमें सबसे ज्यादा चर्चा प्रयागराज की फूलपुर सीट की हो रही है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी INDIA अलायंस के तहत यूपी में उपचुनाव लड़ रही है. समाजवादी पार्टी ने सीट शेयरिंग फॉर्मूले के तहत पहले कांग्रेस को गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर सीट दी थी. लेकिन लगता है कि 'प्रेशर पॉलिटिक्स' के बाद कांग्रेस को फूलपुर के रूप में एक और सीट मिलने जा रही है. समाजवादी पार्टी की तरफ से मुर्तजा सिद्दीकी ने बुधवार को फुलपूर सीट से नॉमिनेशन फाइल किया है. लेकिन अब ऐसी चर्चा है कि समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार वापस ले सकती है और ये सीट कांग्रेस की झोली में डाल सकती है. अगर ऐसा हुआ, तो भी कांग्रेस-सपा गठबंधन में मुस्लिम कैंडिडेट का पेच फंस गया है.
दरअसल, बुधवार सुबह केरल के वायनाड के लिए रवाना होने से पहले राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच बातचीत हुई थी. इसके बाद ऐसी खबरें आईं कि दोनों पार्टियों में उपचुनाव को लेकर सीटों का समझौता हो गया है. कहा जा रहा है कि प्रियंका गांधी चाहती थीं कि फूलपुर का चुनाव कांग्रेस ही लड़े. इस बारे में उन्होंने अखिलेश यादव से सीट छोड़ने की अपील भी की थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी से बातचीत में तय हुआ था कि कांग्रेस दो ही सीटों पर लड़ेगी. लेकिन, फूलपुर से कांग्रेस का उम्मीदवार होगा. इसके बाद आगे की बातचीत की ज़िम्मेदारी यूपी कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे पर छोड़ दी गई थी.
फूलपुर के अलावा कांग्रेस को दूसरी सीट कौन सी दी जाए. इस पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बातचीत का दौर शुरू हुआ. इसी दौरान फूलपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मुर्तजा सिद्दीकी ने नॉमिनेशन कर दिया. कांग्रेस नेताओं को इस बात की खबर मिली, तो सबके होश उड़ गए. तुरंत समाजवादी पार्टी से संपर्क किया गया.
कांग्रेस ने ठुकराया गाजियाबाद सीट लेने का प्रस्ताव
इसके बाद यूपी कांग्रेस की तरफ से अविनाश पांडे ने समाजवादी पार्टी के नया प्रस्ताव दिया. कहा गया कि मझवां और मीरापुर में से कोई एक सीट दी जाए. गाजियाबाद हम लेने को तैयार नहीं हैं. इन दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है.
इमरान मसूद के करीबी को मीरापुर से लड़ाना चाहती है कांग्रेस
बताया जा रहा है कि सहारनपुर से कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद अपने किसी करीबी नेता को मीरापुर से चुनाव लड़ाना चाहते हैं. लेकिन, समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस की ये प्रस्ताव ठुकरा दिया. कहा जा रहा है कि हम वही कर रहे हैं जैसा राहुल गांधी चाहते हैं. सूत्र बताते हैं कि इस हालात में कांग्रेस पार्टी इस बार उप-चुनाव से ही दूर हो जाए.
यूपी की किन 9 सीटों पर होने जा रहा उपचुनाव?
यूपी में मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर,अंबेडकरनगर की कटेहरी, मिर्जापुर की मझवां, अयोध्या की मिल्कीपुर, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर उपचुनाव होने हैं. अभी अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है.
किन राज्यों की विधानसभा और लोकसभा सीटों पर है उपचुनाव?
उत्तर प्रदेश की 9, राजस्थान की 7, पश्चिम बंगाल की 6, असम की 5, बिहार की 4, पंजाब की 4, कर्नाटक की 3, केरल की 2, मध्य प्रदेश की 2, सिक्किम की 2, गुजरात की 1, उत्तराखंड की 1 और छत्तीसगढ़ की 1 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इसके साथ ही केरल की वायनाड सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट पर भी उपचुनाव होने हैं. पहले उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना था. लेकिन अभी अयोध्या के मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की डेट अनाउंस नहीं हुई है. 48 विधानसभा सीटों में से 12 सीटें BJP के पास हैं. कांग्रेस के पास 11 सीटें, सपा के पास 6 और TMC के पास 5 सीटें हैं. इसके अलावा अन्य के पास 14 सीटें हैं.
प्रियंका गांधी के पास कितनी संपत्ति? जानिए वायनाड सीट पर दाखिल हलफनामे में क्या दी है जानकारी
कब होना है उपचुनाव?
47 विधानसभा सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे. वायनाड सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के कारण खाली हुई है. राहुल गांधी अभी रायबरेली से सांसद हैं. वहीं, उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे. महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन के कारण खाली हुई है. उपचुनाव के नतीजे भी 23 नवंबर को आएंगे.