उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में होने वाले श्रीरामलला विग्रह के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर हर तरफ खुशी का माहौल है. इस बार भव्य और दिव्य 'राम की दिवाली' मनाई जा रही है. 22 जनवरी को रामलला भव्य राम मंदिर में विराजेंगे, इससे पहले इस बार की दिवाली ऐतिहासिक मनाने की तैयारी है. जहां राम की पैड़ी पर भव्य लेजर शो का आयोजन हो रहा है, वहीं सरयू घाट पर दिव्य आरती की जा रही है.
बता दें कि पौष शुक्ल द्वादशी, विक्रम संवत 2080 (22 जनवरी 2024) को श्रीरामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह होगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ देश के चार हजार से अधिक संत और 2500 प्रतिष्ठित अतिथि मौजूद रहेंगे.
सरयू नदी के तट पर स्थित रामकथा मंडप (सभागार) में आयोजित बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों के साथ हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में पूजा-अर्चना की.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ विकास परिषद के गठन के प्रस्ताव को भी मंजूरी
मंत्रिमंडल ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ विकास परिषद के गठन के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भव्य राम मंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए श्री अयोध्या धाम तीर्थ विकास परिषद के गठन का प्रस्ताव भी पारित किया गया है. इसके साथ ही बैठक में अयोध्या के मांझा जमथरा में मंदिर संग्रहालय के लिए 25 एकड़ जमीन आवंटित करने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दी गई.
अयोध्या में उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल की ये पहली बैठक थी, इससे पहले वर्ष 2019 में पहली बार लखनऊ से बाहर प्रयागराज में मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित हुई थी.