G20 समिट: US प्रेसिडेंट जो बाइडेन 7 सितंबर को पहुंचेंगे भारत, PM मोदी से दो बार होगी मुलाकात

व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रेसिडेंट जो बाइडेन G20 समिट शुरू होने से दो दिन पहले 7 सितंबर को ही भारत पहुंच जाएंगे. उनका दौरा चार दिन का होगा. खास बात यह है कि बाइडेन इंडोनेशिया में होने वाली आसियान समिट में शिरकत नहीं करेंगे.

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पीएम मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका के पहले स्टेट विजिट पर थे. इस दौरान उनकी जो बाइडेन से कई बार मुलाकात हुई थी.
वॉशिंगटन:

भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में अगले महीने जी-20 समिट होने जा रहा है. प्रगति मैदान के कंवेशन सेंटर में 9 से 10 सितंबर तक जी-20 समिट का आयोजन होना है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन G20 समिट के लिए दो दिन पहले 7 सितंबर को भारत पहुंचेंगे. ऐसा पहली बार होगा जब कोई अमेरिकी प्रेसिडेंट चार दिन भारत में रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी और बाइडेन के बीच दो बार मुलाकात होनी है.

व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रेसिडेंट जो बाइडेन G20 समिट शुरू होने से दो दिन पहले 7 सितंबर को ही भारत पहुंच जाएंगे. उनका दौरा चार दिन का होगा. खास बात यह है कि बाइडेन इंडोनेशिया में होने वाली आसियान समिट में शिरकत नहीं करेंगे. आसियान में बाइडेन की जगह वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस शिरकत करेंगी.

विश्व बैंक क्षमता बढ़ाने पर होगी चर्चा
न्यूज़ एजेंसी 'AFP' की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार (22 अगस्त) को एक ब्रीफिंग में इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि बाइडेन के दौरे के दौरान वैश्विक चुनौतियों से निपटने सहित गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने पर भी चर्चा की जाएगी.

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और जी20 साझेदार वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए चर्चा करेंगे. इसमें स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना, यूक्रेन संघर्ष के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करना शामिल है.

जी-20 समिट के दौरान भारत-अमेरिका के बीच व्यापार और रक्षा के अलावा साइबर सिक्योरिटी से जुड़े कुछ अहम समझौते हो सकते हैं. 2026 में G20 समिट अमेरिका में होगी. प्रधानमंत्री मोदी प्रेसिडेंट बाइडेन को अध्यक्षता सौंपेंगे.

बता दें कि पीएम मोदी ने जून में अमेरिका की राजकीय यात्रा की थी. ये दौरा कई मायनों में अहम रहा. जेट इंजन, ड्रोन खरीद, स्पेस मिशन और भारत में चिप बनाने से जुड़े कई समझौते दोनों देशों के बीच हुए थे.

मौजूद रहेंगे वीवीआईपी?
इस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अलावा, चीनी प्रधानमंत्री शी जिनपिंग, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन सहित कई राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिक शामिल होंगे.

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ये ताकतवर देश हैं G20 के सदस्य
यूरोपीय यूनियन को हटाकर G20 में 19 शक्तिशाली देश शामिल हैं. इसमें प्रमुख रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, अर्जेंटीना, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, भारत, इंडोनेशिया, रूस, तुर्की, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूके, सऊदी अरब और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.  

G20 समिट में ये देश होंगे मेहमान
इस बार G20 समिट में मेहमानों की लिस्ट में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, और यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं. शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले विश्वभर के दिग्गज नेताओं, मिशन के स्वागत और ठहरने के लिए विदेश मंत्रालय ने कुल 35 होटलों को बुक किया है.

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