- केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में नया VBGRG बिल पेश किया, जिससे सदन में हंगामा हुआ.
- विपक्ष ने बिल में महात्मा गांधी का नाम हटाने का आरोप लगाया और इसे संविधान की भावना के खिलाफ बताया.
- कांग्रेस ने कहा कि नया बिल ग्रामीण कार्यकर्ताओं के अधिकार कमजोर करेगा और वित्तीय जिम्मेदारी घटाएगा.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में विकसित भारत जी राम जी (VBGRG) बिल पेश किया, जिसके बाद सदन में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. विपक्ष ने सरकार पर महात्मा गांधी का नाम योजना से हटाने का आरोप लगाते हुए तीखा विरोध दर्ज कराया. कुछ विपक्षी सांसद तो पुरानी संसद भवन के पोर्च पर चढ़कर प्रदर्शन किया. पोर्च पर सात सांसद चढ़े थे और उनके हाथों में बिल के विरोध वाली पोस्टर थे. इससे पहले संसद में भी विपक्षी सांसदों ने महात्मा गांधी का नाम हटाने और इसमें बड़े बदलावों का विरोध किया.
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद के बाहर विरोध मार्च करते हुए कहा, 'सच तो यह है कि योजना का नाम बदलने की आड़ में वे (केंद्र सरकार) इस योजना को खत्म करना चाहते हैं. वे इस योजना का नाम क्यों बदलना चाहते हैं? महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं.'
नया बिल संविधान की स्पिरिट के खिलाफ- प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, 'मनरेगा कानून की जगह जो नया बिल लाया गया है, उससे ग्रामीण वर्कर्स को काम का जो अधिकार मिला हुआ है, वह कमजोर होगा. यह बिल संविधान की स्पिरिट के खिलाफ है.'
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि इससे पंचायती राज कानून भी कमजोर होंगे, क्योंकि मनरेगा को लागू करने में ग्राम सभाओं की भूमिका घटाई जा रही है.' उन्होंने वित्तीय ढांचे पर भी सवाल उठाते हुए कहा, 'अब तक मनरेगा पर कुल खर्च का करीब 90 फीसदी केंद्र सरकार वहन करती थी, लेकिन नए बिल के तहत देश के ज्यादातर राज्यों में केंद्र सरकार सिर्फ 60 फीसदी खर्च करेगी.' प्रियंका गांधी ने इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी में भेजने का अनुरोध किया है.
गांधी नाम हटाने पर शिवराज का जवाब
संसद हुई स्थगित तो बाहर प्रदर्शन करने लगे विपक्षी सांसद
लगातार हंगामे के चलते लोकसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. इसके बाद विपक्षी सांसद संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे.
सपा का विरोध
समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, 'सपा इस बिल का पुरजोर विरोध करती है. इस बिल के जरिए केंद्र सरकार अपना बोझ कम कर रही है, जबकि राज्यों पर बोझ बढ़ाया जा रहा है.'
सुप्रिया सुले ने भी जताया कड़ा विरोध
NCP सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, 'नाम बदलने से कुछ नहीं होगा. हम बदलाव के विरोध में नहीं हैं, लेकिन बदलाव उचित होने चाहिए. उन्होंने बिल से महात्मा गांधी का नाम हटाने का विरोध करते हुए इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजने का अनुरोध किया.
शशि थरूर का शायराना विरोध
पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी संसद में बिल का विरोध किया. उन्होंने शायराना अंदाज़ में कहा, 'देखो दीवानों ये काम ना करो, राम का नाम बदनाम मत करो.' थरूर ने भी महात्मा गांधी का नाम योजना से हटाने पर आपत्ति जताई और बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजने की मांग का समर्थन किया.














