पेपर लीक के बढ़ते मामलों को देखते हुए तमाम राज्यों की सरकारें अब पहले से भी कहीं ज्यादा सतर्क दिख रही हैं. यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षा के प्रश्न पत्र की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है. UPPSC के प्रश्न पत्र किसी भी तरीके से लीक ना हो इसके लिए सरकार विशेष प्रबंध कर रही है. बताया जा रहा है कि इस बार UPPSC समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र को सुरक्षित रखने के लिए डिजिटल लॉक का इस्तेमाल किया जा रहा है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार भविष्य में भी अब इसी तरीके से तमाम तरह की भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र को सुरक्षित रखने की योजना है. राज्य सरकार का मानना है कि डिजिटल लॉकर से प्रश्न पत्र को लीक करा पाना किसी के लिए भी असंभव सा है. अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि जिस डिजिटल लॉकर को लेकर यूपी की योगी सरकार इतनी कॉन्फिडेंड दिख रही है, आखिर वो है क्या? और इसकी खासियत क्या है ? चलिए आज हम आपको डिजिटल लॉकर के बारे में विस्तार से बताते हैं.
डिजिटल लॉकर के बारे में विस्तार से बताने से पहले आपको हम ये बता दें कि इसकी शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में की थी. डिजिलॉकर केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम का हिस्सा है. इसकी मदद से आप सभी जरूरी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी संभाल कर रख सकते हैं.
आखिर होता क्या है डिजिटल लॉकर
अगर सरल शब्दों में समझने की कोशिश करें तो डिजिटल लॉकर और डिजि लॉकर एक वर्चुअल लॉकर होता है. इसमें आप अपने जरूरी कागजात की सॉफ्ट कॉपी रख सकते हैं. इसमें अकाउंट बनाने के लिए आपके पास आधार कार्ड का होना जरूरी है. इसमें आप कई तरह के सरकारी प्रमाण पत्र आदि भी स्टोर कर सकते हैं. डिजि लॉकर में अपने कागजात रखने से उसके चोरी होने की आशंका, भीगने या फटने का कोई खतरा नहीं होता है.
ऐसे सेफ रहता है डिजिलॉकर में दस्तावेज
डिजिलॉकर में रखे गए दस्तावेज को बेहद सेफ माना जाता है. इसकी कई वजह भी हैं. अगर आपका अकाउंट डिजिलॉकर में है तो उसे खोलने और उससे दस्तावेज निकालने के लिए आपको पहले अपना यूजर नेम और पासवर्ड यूज करना होगा. इसके बाद आपके फोन नंबर पर ओटीपी आएगा. बैगर ओटीवी के इस्तेमाल से आपके लॉकर को कोई खोल नहीं पाएगा. यही वजह है कि आपके अकाउंट को हैक करना असंभव सा है.
डिजिलॉकर में कोई कैसे बना सकता है अपना अकाउंट
अगर आप भी अपने दस्तावेज को किसी डिजिलॉकर में सेफ रखना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको अपने आईडी प्रूफ के साथ एक लॉग इन क्रिएट करना होगा. डिजिलॉकर में दस्तावेज रखने के लिए आपको पहले https://digilocker.gov.in/ पर जाकर साइन अप करना होगा. इसके बाद आपको उस साइट पर जाकर अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा. फिर आपके फोन पर ओटीपी आएगा जिसको अंकित करते ही आप डिजिलॉकर बनाने के अगले चरण तक पहुचेंगे. इसके बाद आपको अपना यूजर नेम और पासवर्ड डालना होगा. इसके बाद आपको अपनी ईमेल आईडी को वेरीफाई करना होगा. जिसके लिए जरूरी होगा आपका आधार कार्ड. आधार कार्ड के लिंक होते ही आपका डिजिलॉकर बनकर तैयार हो जाएगा.
NEET-UG का हुआ था पेपर लीक
बीते दिनों NEET-UG का पेपर लीक हुआ था. इसे लेकर बिहार समेत देश के कई राज्यों में फिलहाल पुलिस की कई टीमें जांच कर रही है. इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इस पेपर लीक को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार भी लगाई थी. बिहार पुलिस की जांच में जो अभी तक पता चला है उसके मुताबिक इस पेपर लीक के पीछे एक सॉलवर गैंग सक्रिया था. इस सॉलवर गैंग के तार यूपी और महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों तक फैले हैं. कुछ दिन पहले ही गुजरात से भी इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.