उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) पर पथराव किया गया है. यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी जा रही थी. पथराव के कारण वंदे भारत ट्रेन के एक कोच का शीशा टूट गया. इस घटना के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया. इस मामले में यूपी एटीएस ने दो लोगो को गिरफ्तार किया है. इस इलाके में पथराव की यह कोई पहली घटना नहीं है. इस तरह के पथराव के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं.
रेलवे के मुताबिक, वाराणसी से दिल्ली जा रही ट्रेन संख्या 22435 वंदेभारत एक्सप्रेस के एसी चेयरकार कोच पर कानपुर के पनकी रेलवे स्टेशन के पास पथराव हुआ है. 20 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. घटना के बाद जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीमों ने पनकी से भाऊपुर तक गश्त की है.
इस मामले में यूपी एटीएस ने शाहिद और मोहम्मद हुसैन को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी कई वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव कर चुके हैं. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव के जरिए दोनों भय का माहौल फैलाते थे. दोनों को बिहार का रहने वाला बताया जा रहा है.
वंदे भारत के सी-7 कोच पर पथराव
रेलवे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, वंदेभारत ट्रेन बुधवार को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से तय समय से थोड़ी देर से रवाना हुई. ट्रेन शाम 7.05 बजे जैसे ही पनकी स्टेशन के आउटर सिग्नल से प्रवेश कर रही थी, वैसे ही सी-7 कोच पर पत्थरबाजी शुरू हो गई. एक पत्थर सी-7 कोच के शीशे पर लगा. इससे शीशा टूट गया और यात्रियों में हड़कंप मच गया. कई यात्री सीटों से नीचे झुक गए.
वंदे भारत ट्रेन के चालक और टीटीई ने आरपीएफ पनकी को इस बारे में सूचना दी, जिसके बाद आरपीएफ ने आज अज्ञात लोगों के खिलाफ रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है.
वंदे भारत पर सात बार से ज्यादा पथराव
रेलवे के मुताबिक, कानपुर की इस जगह पर पिछले एक साल में सात बार से भी ज्यादा वंदे भारत ट्रेन पर पथराव हो चुका है. दिल्ली रूट पर पनकी से भाऊपुर तो हावड़ा रूट पर चकेरी से प्रेमपुर स्टेशनों के बीच पत्थरबाजी की घटनाएं होती हैं. इस लोकेशन पर पत्थरबाज सबसे अधिक निशाना वंदेभारत एक्सप्रेस पर लगाते हैं.