यूपी के 7 संदिग्ध आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद अयोध्या (Ayodhya) में राम जन्मभूमि (Ramjanm Bhumi) और मथुरा (Mathura) में कृष्ण जन्स्थान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहां आने जाने वालों की जांच पड़ताल की जा रही है. कुल 9 संदिग्ध आतंकवादियों में 7 यूपी के हैं जिनमें से 6 को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है. लेकिन आरोपियों के घर वाले और पड़ोसी उनकी गिरफ्तारी से हैरत में हैं.
अयोध्या में रामजन्मभूमि की तरफ जाने वाली सड़कों पर पुलिस की सख्ती ज्यादा है. जगह-जगह गाड़ियों को रोक कर जांच पड़ताल की जा रही है. कुछ सड़कें बैरियर लगाकर गाड़ियों के लिए बंद कर दी गई हैं. मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के आसपास बड़े पैमाने पर पुलिस गश्त कर रही है. गाड़ियों और लोगों के सामान की तलाशी ली जा रही है.
मथुरा के एसपी (सुरक्षा) आनंद कुमार ने बताया, 'कुछ अपराधी तत्वों के पकड़े जाने के मद्देनजर रखते हुए हम यहां विशेष रूप से चेकिंग चला रहे हैं ताकि कोई भी अवांछनीय व्यक्ति यहां पर परिसर में प्रवेश ना करे.'
एक गिरफ्तार आरोपी मूलचंद का घर कच्ची मिट्टी का है और दरवाजे पर उनकी साइकिल खड़ी है. उन्हें ग्लोबल टेररिस्ट दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम के साथ मिलकर आतंकवादी साजिश करने के इल्जाम में पकड़ा गया है. गांव में उनके 7 बिघा जमीन है और दो बच्चे हैं. उनकी पत्नी कहती हैं कि वो ज्यादातर गांव से कहीं जाते नहीं. अब छुप कर किसी से मोबाइल पर बात कर लिए हों तो पता नहीं.
मूलचंद की पत्नी सुधा ने कहा, 'अब फोन है तो हम नहीं जानते कि किससे बात किए हैं अेकेले में, नहीं किए हैं. हमारे सामने इस तरह की कोई बात नहीं हुई है. आतंकवादी नहीं हैं हमारे आदमी. आतंकवादी को पकड़ें तो शायद देश में ये सब काम ना होता.'
प्रयागराज के करेली इलाके में जीशान कमर का घर है. जीशान दिल्ली में गिरफ्तार हुआ है. एटीएस ने उसकी निशानदेही पर प्रयागराज के नैनी इलाके के एक पॉल्ट्री फार्म से शक्तिशाली IED और असलहे बरामद किए हैं. जीशान एमबीए है. वह पहले दुबई में काम करता था. लॉकडाउन में घर आ गया था.
जीशान के पिता कमर-उज-जमां ने कहा, 'हमारा इकलौता बेटा है. एमबीए किया हुआ है. पढ़ा लिखा है, जॉब करता है दुबई में. यहां लॉकडाउन में चला वापस चला आया. अब यहां जो है परेशानी थी, तो कहने लगा कि हम खजूर का बिजनेस करेंगे. तो हमने कहा ठीक है, चलो कोई बात नहीं.'
बहराइच के अबूबकर को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया. वो बहराइच शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर कैसरगंज इलाके में रहता है. एटीएस ने उसके भाई को भी पकड़ा था लेकिन बाद में छोड़ दिया.
अबूबकर के भाई उमर ने कहा, 'हमलोग घर पर बैठे थे और अचानक एटीएस वाले आए हैं, तो उस वक्त पता चला. और हमको लेकर गए और हमारी गाड़ी को लेकर गए कैसरगंज थाने में. उसके बाद उन्होंने हमको आधे घंटे के बाद छोड़ दिया.
इतने बड़े पैमाने पर टेरर सस्पेक्ट की गिरफ्तारी एक खतरनाक खबर है. उम्मीद की जानी चाहिए कि जल्द इसकी जांच करके सिक्योरिटी के मुनासिब इंतजाम किए जा सकेंगे.