सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध अब देश भर में शुरू हो चुका है. यूपी समेत कई राज्य में तो प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. आलम ये है कि आक्रोशित युवाओं ने कई ट्रेनों तक में आग लगा दी. पुलिस बल को भी भीड़ के खिलाफ सख्त एक्शन लेना पड़ा. लेकिन अभी भी सरकार की योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है. हापुड़ के बाबूगढ़ कस्बे में अग्निपथ के विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस अलर्ट पर है.
गांव से निकलने वाले युवाओं को पुलिस खदेड़ रही है. कानून व्यवस्था बिगड़ने न पाए इसके लिए सड़कों पर चेकिंग भी की जा रही है. वहीं आज भी पूर्वांचल के कुछ जिलों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के मुस्तफापुर गांव में प्रदर्शन कर रहे लड़कों ने एक प्राइवेट जीप में आग लगी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में ले लिया है.
आज बाबूगढ़ क्षेत्र में युवा अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी कर रही है. युवाओं के प्रदर्शन को देखते हुए हापुड़ बाबूगढ़ में भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती कई गई है. हापुड़ दिल्ली लखनऊ नेशनल हाईवे पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया. साथ ही मौके पर एडीएम और एएसपी सहित आलाधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
अग्निपथ योजना का जिस तरह से देशभर में विरोध हो रहा है, उसने सरकार की सिरदर्दी बढ़ा दी है. जहां कई दल सरकार से फौरन अपने फैसले पर विचार करने को कह रहे हैं. वहीं अभी तक सरकार ने सिर्फ अग्निवीरों के लिए सेना भर्ती में सीमित आरक्षण की घोषणा की है. लेकिन अभी तक सरकार ने योजना को वापस लेने की मंशा नहीं दिखाई है.
सरकार द्वारा सेना में चार साल के अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर सैनिकों की भर्ती के लिए मंगलवार को 'अग्निपथ' योजना का अनावरण करने के बाद कई राज्यों में आंदोलन शुरू हो गया. इस योजना के तहत, 17.5 वर्ष से 23 वर्ष की आयु के लोगों को चार साल के कार्यकाल के लिए सेवाओं में शामिल किया जाएगा. इस अवधि के दौरान, उन्हें ₹ 30,000-40,000 प्लस भत्तों के बीच मासिक वेतन का भुगतान किया जाएगा, इसके बाद ग्रेच्युटी और पेंशन के बिना अधिकांश के लिए सेवानिवृत्ति अनिवार्य होगी.
VIDEO: अग्निपथ को लेकर डैमेज कंट्रोल में जुटी सरकार, अग्निवीरों को 16 पब्लिक सेक्टर में 10% आरक्षण