बहराइच हिंसा : नेपाल भाग रहा था आरोपी सरफराज, एनकाउंटर के बाद पुलिस ने 5 को दबोचा

बहराइच हिंसा का आरोपी सरफराज नेपाल भागने की फिराक में था. नेपाल के रूपैडीहा बॉर्डर के पास एनकाउंटर में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा के आरोपी सरफराज समेत पांच को पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है. नेपाल के रूपैडीहा बॉर्डर के पास ये एनकाउंटर हुआ है. इस मुठभेड़ में सरफराज घायल हो गया. बताया जा रहा है कि सरफराज नेपाल भागने की फिराक में था.

पुलिस ने आज ही सरफराज के करीबी दानिश को गिरफ्तार किया था. यूपी पुलिस ने बॉर्डर इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज किया और सरफराज को लोकेट कर एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया. घायल हालत में सरफराज को बहराइच के नानपारा अस्पताल ले जाया गया.

यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में पांच लोग पकड़े गए हैं. इनमें सरफराज उर्फ़ रिंकू और तालिम उर्फ़ सबलू को गोली लगी है. उन्होंने साथ ही बताया कि राम गोपाल की हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया गया है.

गिरफ्तार बहराइच हिंसा के आरोपी

  • 1. मोहम्मद फ़हीन (नामजद)
  • 2. मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू 
  • 3. मोहम्मद सरफराज (नामजद)
  • 4. अब्दुल हमीद (नामजद)
  • 5. मोहम्मद अफज़ल

पुलिस ने बताया कि पहले दो की निशानदेही पर मर्डर में प्रयुक्त हुए हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम वहां गई तो इनके द्वारा वहां रखे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई. जवाबी फायरिंग में दोनों को गोली लगी है, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उपचार कराया जा रहा है.

रविवार को बहराइच में हुई हिंसा के बाद से बंद इंटरनेट सेवा चार दिन बाद आज ही बहाल किया गया है. पुलिस ने लोगों से अफवाहों से बचने की भी अपील की है. जिला पुलिस ने गलत सूचना, अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है.

स्थानीय अधिकारी हिंसा प्रभावित महाराजगंज कस्बे में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में काम कर रहे हैं और निवासियों से सांप्रदायिक सद्भाव को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है. हिंसा के चार दिन बाद भी महाराजगंज बाजार में कुछ ही दुकानें खुली हैं.

रविवार को बहराइच में दुर्गा पूजा के मौके पर मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर गोली लगने से 22 वर्षीय एक युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी और पथराव तथा गोलीबारी में करीब छह लोग घायल हो गए थे.

Advertisement

इस घटना के बाद तोड़फोड़ और आगजनी की गई. भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों, वाहनों आदि में आग लगा दी, जिसके बाद बहराइच पुलिस ने कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज कीं. पुलिस ने इलाके में छापेमारी कर अब तक 55 से ज्यादा संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.

आज सुबह इंटरनेट सेवा बहाल होने के साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने एक वीडियो संदेश और लिखित अपील जारी करते हुए कहा, ‘‘महाराजगंज में 13 अक्टूबर को हुई घटना के संबंध में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. मृतक को करंट लगने, तलवार से हमला करने या नाखून उखाड़ने के दावे निराधार हैं.''

त्रिपाठी ने कहा, ‘‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि मौत का कारण गोली लगना है. इस घटना में और किसी की मौत नहीं हुई है. हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और गलत सूचना न फैलाएं.''

Advertisement

मंगलवार और बुधवार को महामंडलेश्वर स्वामी रवि गिरि महाराज, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष श्यामकरन टेकरीवाल और मौलाना कारी जुबैर अहमद कासमी समेत हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के धार्मिक नेताओं ने शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की.

इस बीच, इंटरनेट सेवाएं बहाल होने से स्थानीय व्यापारियों ने राहत की सांस ली है.

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के बहराइच चैप्टर के अध्यक्ष दीपक सोनी ने कहा, ‘‘इंटरनेट व्यापार के लिए उतना ही जरूरी हो गया है, जितना जीवन के लिए हवा, पानी और रोशनी. यहां तक कि रिक्शा चालक, सब्जी विक्रेता और छोटे व्यापारी भी ऑनलाइन भुगतान प्रणाली पर निर्भर हैं. इंटरनेट बंद होने से लाखों रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है. अब हमें सुधार की उम्मीद है.''

Advertisement
एक फल विक्रेता ने कहा, “मैंने 14 अक्टूबर से अपना ठेला नहीं लगाया, क्योंकि हर कोई उधार मांग रहा था और कह रहा था कि इंटरनेट चालू होने पर भुगतान कर देंगे. मेरा काफी सामान खराब हो गया. आज थोड़ी राहत महसूस हो रही है और मैं फिर से अपना ठेला लगाऊंगा.''

जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है.

हरदी थाना प्रभारी कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘महाराजगंज को छोड़कर सभी बाजार बुधवार को खुल गए. कुछ दुकानें जो बंद थीं, उनके आज खुलने की उम्मीद है. बुधवार को शांति समिति की बैठक के दौरान सदस्यों ने महाराजगंज निवासियों से अपने व्यवसाय को फिर से खोलने का आग्रह किया और हमें उम्मीद है कि आज ऐसा होगा.''