यूपी के अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने के कारण 50 से अधिक लोगों की हुई मौत ने प्रशासन को 'हिलाकर' रख दिया है. इस मामले में सोमवार को आला अधिकारियों की हाईलेवल मीटिंग हुई, जिसके बाद शराब माफियाओं के अड्डों को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान शुरू किया. मीटिंग में मंडलायुक्त, डीएम एसएसपी, सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे और इसमें मौतों पर दुख जताते हुए जहरीली शराब के खिलाफ उच्च स्तर पर अभियान चलाने के निर्देश दिए गए.गौरतलब है कि अलीगढ़ में जहरीली शराब के कारण हुई मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है और अब 75 लोगों की मौत हो चुकी है.
अलीगढ़ हादसा : स्याही बनाने में इस्तेमाल मिथाइल एल्कोहल मिलाने से जहरीली हुई थी शराब
सीएमओ वीपी कल्याणी के अनुसार, अब तक 71 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है. 35 लोगों की शराब से मौत हुई है जबकि 36 लोगों की मौत का कारण संदिग्ध है.सीएमओ के अनुसार, लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद विसरा रिपोर्ट लैब भेजा गया है. शराब मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई करते हुए इनामी विपिन यादव को अरेस्ट किया है. उसकी निशानदेही पर हरदुआगंज व अकराबाद थाना क्षेत्र में रात भर छापेमारी की गई और नकली शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है. भारी मात्रा में नकली शराब व शराब बनाने के उपकरण बरामद हुए हैं. मामले में शासन स्तर से 5 आबकारी अधिकारी निलंबित किए गए हैं. अब तक तीन थाना इंचार्ज व दो चौकी इंचार्ज निलंबित किए गए हैं. 50 हजार के इनामी सहित अब तक मामले से जुड़े आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं लेकिन 50 हजार का इनामी ऋषि कुमार अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है.
यूपी के अलीगढ़ में जहरीली शराब से मरने वालों की तादाद 51 हुई