रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के काशी क्षेत्र के बूथ प्रभारी राजनाथ सिंह ने शनिवार को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को न बुआ (मायावती) और न बबुआ (अखिलेश यादव) चाहिए, राज्य को सिर्फ बाबा (योगी आदित्यनाथ) चाहिए. यहां टीडी कालेज में काशी क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा ''उत्तर प्रदेश को न बुआ (मायावती) चाहिए न बबुआ (अखिलेश यादव) चाहिए, सिर्फ बाबा (योगी आदित्यनाथ) चाहिए.'' गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा और सपा के गठबंधन के बाद बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की जोड़ी को ''बुआ-बबुआ'' का नाम मिला था.
सिंह ने कहा ''आप तो जानते ही हैं कि योगी जी कितने बड़े बल्लेबाज हैं, जिस दिन सोशल मीडिया में योगी जी के कंधे पर मोदी जी के हाथ रखी तस्वीर आई थी, तब जानते हैं कि मोदी जी ने क्या कहा था- योगी जी आप चिंता मत करिये, आप धड़ाधड़ बैटिंग करते जाइए.''
उन्होंने कहा, ''आज मुख्यमंत्री का नाम सुनते ही गुंडे माफियाओं के दिल में दहशत पैदा हो जाती है.'' राज्य में बेहतर कानून-व्यवस्था का दावा करते हुए उन्होंने कहा, ''उप्र में पौने पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है जो आज तक उत्तर प्रदेश के इतिहास में कभी नहीं आया.'' उन्होने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, ''26 नवम्बर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस ने कठोर कदम नहीं उठाया, यह मै नही कह रहा हूं खुद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने अपने किताब में लिखा है कि हमले के बाद जो कार्रवाई करना चाहिए था वह नहीं किया गया.''
सिंह ने कहा, ''जब से हमारी सरकार बनी है, आतंकवाद पर पूरी तरह से लगाम लग गया है और आतंकी सीमा पर ही मारे जा रहे है.'' उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्ना का जिन्न किस बोतल से निकाला. उन्होंने उत्तर प्रदेश में विगत साढ़े चार साल के भाजपा कार्यकाल में किये गए विकास, रोजगार और सामाजिक सद्भावना, अपराध मुक्त वातावरण की तारीफ करते हुए योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल की तारीफ की.
उन्होंने देश की सुरक्षा पर कहा कि हम किसी को छेड़ेंगे नही, अगर कोई छेड़ा तो उसे छोड़ेंगे भी नही. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश को तोड़ने वाले तत्वों को हमें भूलना नहीं चाहिए, ये वही लोग हैं जो 2017 के पहले सत्ता रहने पर दंगों के जरिए प्रदेश के अंदर आस्था पर प्रहार करने थे. ये वही तत्व हैं, जिन्होंने प्रदेश में भ्रष्टाचार फैलाकर प्रदेश के विकास को बाधित किया था.
सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी संबोधित किया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)