उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. हर पार्टी ने चुनावी मैदान में उतरने के लिए कमर कस ली है. ऐसे में आजाद समाज पार्टी की क्या तैयारी है, इस बारे में पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. समाजवादी पार्टी से गठबंधन से पीछे हटने के बाद अब पार्टी का अगला कदम क्या होगा इस बारे में चंद्रशेखर ने बताया, "हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे और जिनके लिए सड़कों पर आंदोलन किए हैं, लाठियां खाई हैं, जेल काटी है उस जनता से अपील करेंगे कि नए लोगों को मौका दें. जनता को बताएंगे कि सरकार कुछ करती नहीं है और जब विपक्ष में होते हैं तो कहते हैं कि कुछ करने को नहीं है. जनता इस बात को समझेगी की उन्हें कैसी सरकार की जरूरत है."
कांग्रेस से गठबंधन के लिए बातचीत को लेकर पूछे गए सवाल पर चंद्रशेखर ने कहा, "मेरी कांग्रेस से कोई बात नहीं हुई है. सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है. हम भी जीतने के लिए मेहनत करेंगे. यूपी चुनाव महत्वपूर्ण है. जब आदमी मेहनत करता है तो उसे फल मिलता है. मैंने समाज के लिए काम किया है, जेल गया. हमें सत्ता मिलेगी तो हम जनता को निराश नहीं करेंगे."
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प्रियंका गांधी अस्पताल जब चंद्रशेखर आजाद से मिलने गई थीं तो राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि शायद दोनों पार्टियों में कुछ बात बन सकती है. चंद्रशेखर ने इस मुलाकात के बारे में बताया, "प्रियंका जी अच्छी नेता हैं. मेरे बाद अगर कोई लड़ रहा था यूपी में तो वो प्रियंका जी हैं. उनको धन्यवाद भी कि उन्होंने पंजाब में सम्मान देने का काम किया. सब अपनी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, मेरी उनसे कोई बात नहीं हुई है."
जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस का कौन सा नेता उनके संपर्क में है तो उन्होंने कहा, "मैंने कभी नहीं कहा कि कोई कांग्रेस नेता मेरे संपर्क में था. हम बिखरे विपक्ष को साथ लाने का प्रयास करेंगे. मेरे लिए कोर कमेटी का आदेश है कि खुद के दम से चुनाव में जाना है और युवाओं को प्रभावित करना है."
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कांग्रेस से गठबंधन को लेकर जब उनसे पूछा गया क्या कि अभी कोशिशें की जा सकती हैं, तो उन्होंने कहा, "अगर कोई बात होगी तो सबके सामने आ ही जाएगी. अभी कोई वार्ती नहीं हुई है. यूपी का चुनाव अहम है, यहां की जनता ने सभी सरकारों को देख लिया है. कोई भी खुश नहीं हो पाया, लेकिन अब हम प्रयास करेंगे आगे बढ़ने का. पिछले पांच साल में कोई एसा दिन नहीं रहा जब मैं लड़ा नहीं हूं. अब जनता को तय करना है कि उन्हें कैसा नेता चाहिए."