UP की जहूराबाद सीट पर सपा के नए साथी ओपी राजभर त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे, जानें क्या है गाजीपुर की जनता के दिल में

जहूराबाद की जनता का कहना है कि इस सीट पर ओपी राजभर और कालीचरण राजभर के बीच लड़ाई मानी जा रही थी, लेकिन पूर्व मंत्री शादाब फातिमा की एंट्री ने लड़ाई को रोचक बना दिया है.

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क्या बड़बोलापन और अति आत्मविश्वास OP Rajbhar पर पड़ेगा भारी? (फाइल फोटो)
गाजीपुर:

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में आखिरी चरण में मतदान होना है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) गाजीपुर की जहूराबाद (Zahoorabad Vidhan Sabha) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वह अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ रहे ओपी राजभर ने इस पर सपा के साथ गठजोड़ किया है. राजभर को भाजपा और बसपा से कड़ी चुनौती मिल रही है. 

इस सीट पर ओम प्रकाश राजभर, बीजेपी उम्मीदवार कालीचरण राजभर और बीएसपी की सैयदा शादाब फातिमा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है. इस सीट से मौजूदा विधायक ओम प्रकाश राजभर हैं. फातिमा, जो राज्य में सपा की मंत्री रह चुकी हैं, अब बसपा उम्मीदवार हैं. दो बार बसपा विधायक रह चुके कालीचरण राजभर इस बार भाजपा से चुनाव मैदान में हैं. 

जहूराबाद की जनता का कहना है कि इस सीट पर ओपी राजभर और कालीचरण राजभर के बीच लड़ाई मानी जा रही थी, लेकिन पूर्व मंत्री शादाब फातिमा की एंट्री ने लड़ाई को रोचक बना दिया है. ओम प्रकाश राजभर के सामने इस बार सीट बचाने की चुनौती है. लोगों ने कहा कि हमारे लिए इस चुनाव में महंगाई, रोजगार और सांड प्रमुख मुद्दा है. इस सीट पर 60,000 हजार से ज्यादा राजभर वोटर हैं.

बता दें कि 2017 में यहां की 7 सीटों पर बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया था और 5 सीटें जीती थीं. एक सीट सपा और एक बसपा के खाते में गई थी. गाजीपुर की जहूराबाद सीट से अखिलेश यादव के नए सहयोगी ओपी राजभर की साख दांव पर लगी है.

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