उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम गुरुवार को सामने आएंगे. उत्तर प्रदेश का इस बार का चुनाव बहुत कशमकश भरा रहा है. इस बार के चुनाव में न तो सत्ता पक्ष, न ही विपक्ष के पक्ष में कोई लहर दिखाई दी. इन हालात में यह कहना मुश्किल है कि यूपी में नतीजे किसके पक्ष में आते हैं, हालांकि सभी एक्जिट पोल में बीजेपी की सरकार की वापसी की संभावनाएं जताई गई हैं. यूपी के विधानसभा चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.
यूपी की 403 विधानसभा सीटों के चुनाव मैदान में करीब 60 ऐसे दिग्गज नेता हैं जिनका अपने क्षेत्र में खासा राजनीतिक वर्चस्व है और जिन्होंने पहले कई चुनाव जीते हैं.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर शहरी सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, करहत सीट से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, सिराथू से उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता केशव प्रसाद मौर्य, नकुर सीट पर सपा के धरम सिंह सैनी, मुजफ्फरनगर से बीजेपी के कपिल देव अग्रवाल, सरधना से बीजेपी के संगीत सोम, आगरा ग्रामीण से बीजेपी की बेबी रानी मौर्य, रायबरेली से बीजेपी की अदिति सिंह, तमकुही राज से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, जहूराबाद से एसबीएसपी के ओमप्रकाश राजभर, रामपुर से सपा के आजम खान, सुआर से सपा के अब्दुल्ला आजम खान, हस्तिनापुर से कांग्रेस की अर्चना गौतम, मांट से बीएसपी के श्यामसुंद शर्मा, जसवंतनगर से सपा के शिवपाल सिंह यादव, कुंडा से जेएसडीएल के राजा भैया, फाजिलनगर से सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य, नोएडा से बीजेपी के पंकज सिंह, मथुरा से कांग्रेस के प्रदीप माधुरी और शाहजहांपुर से बीजेपी के सुरेश खन्ना वे दिग्गज प्रत्याशी हैं जिनके चुनाव परिणाम पर सबकी नजर रहेगी.