उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के विरोध के चलते लोगों को लोगों को तरह-तरह के लालच दिए जा रहे हैं. ताजा लालच इटावा के अफसरों ने यह कहते हुए दिया है कि शराब सिर्फ वहीं खरीद सकेंगे जिन्हें वैक्सीन लग गई है. यही नहीं,शराबखानों पर ऐसे नोटिस भी लगा दिए गए हैंं. इसके अलावा, कहीं यह ऐलान हुआ है कि वैक्सीन लगवाने पर ही तनख्वाह मिलेगी. इसी तरह कहीं-कहीं महिलाएं गाना गाकर लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए बुला रही हैं. महिलाओं का यह गाना लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने का आग्रह करता है. हमारी संस्कृति में हर मौके के गीत हैं. धान रोपाई के गीत, फसल काटने के गीत, शादी के गीत, मिलन के गीत और जिंदगी के गीत....अब इसमें टीके का गीत भी शामिल हो गया है. इसी तरह शराब के शौकीनों के मनोविज्ञान से वाकिफ एक अफसर ने इटावा में शराबखानों पर नोटिस लगा दियाकि शराब उसे ही मिलेगी जिसे टीका लगा होगा.
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एक शराब दुकान के मैनेजर नीलेश ने कहा, चार-छह-दस लोगों ने दिखाया है, उन्हें ही शराब दी है. यह पूछने पर कि टीकाकरण को लेकर क्या लोगों को जागरूक कर रहे हैं, उन्होंने जवाब 'हां' में लिया. उन्होंने कहा कि हम यह कहते हैं कि वैक्सीन लगवाकर आओ, उसका प्रमाणपत्र दिखाओ. लेकिन शराबखानों के होशियार सेल्स वालों को पता है कि टीमा बहुत कम लोगों को लगा है. फिर शराब कैसे बिकेगी, इसके लिए उन्होंने अपनी समझ से कुछ मजबूत तर्क तलाशे हैं. एक शराब दुकान के मैनेजर रामवीर सिंह कहते हैं कि हम शराब खरीदने आने वालों से टीका लगवाने को कहते हैं. कोई कह रहा है, कि लगवाएंगे, कोई कह रहा है लगवा लिया है लेकिन कार्ड नहीं मिला है. यूपी का फिरोजाबाद शहर सुहाग की चूड़ियों का शहर है. यहां के लोगों ने बीवी के कहने से भले ही टीका न लगवायाहो लेकिन तनख्वाह रुकने के डर से जरूर लगवा रहे हैं.
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फिरोजाबाद के ,CDO चचिग्त गौर कहते हैं, 'डीएम सर ने आदेश दिए हैं कि यदि किसी विभाग के कर्मचारियों ने वैक्सीन नहीं कराया है तो उनके विभागाध्यक्ष इस बार के लिए एक्शन लेंगे और एक महीने का वेतन उनको तब तक नहीं दिया जाएगा जब तक वे यह सूचित नहीं करते कि उनके विभाग'के सभी कर्मचारियों ने वैक्सीनेशन करवा चुके हैं. उधर, इटावा के सैफई में टीका लगवाने के लिए गांवों में मुनादी की जा रही है और इसके लिए इलाके के एसडीएम अपने मातहत अफसरों के साथ गांव-गां, खेत-खलिहानों की खाक छान रहे हैं. हैवेरा गांव के प्रधान नरेश यादव कहते हैं, 'गांव के लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे टीका लगवाएं. कोई डरने की बात नहीं है. हम लोगों को समझा रहे हैं और उनके मन में टीकाकरण को लेकर जो भ्रम है, उसे दूर कर रहे हैं. '