जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा लात... नागपुर में गडकरी ने फिर दोहराया अपना मशहूर नारा

गडकरी ने जोर देकर कहा कि पूरा नागपुर उनका परिवार है और वह लोगों को जाति या धर्म के नाम पर नहीं बांटेंगे. उन्होंने कहा कि नेताओं को ऐसे मुद्दों पर लड़ना आता है क्योंकि वे जानते हैं कि यह उनके वोट बैंक के लिए फायदेमंद है.

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  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में जाति, पंथ और धर्म के नाम पर समाज में बंटवारे की आलोचना की.
  • गडकरी ने कहा कि जातिवादी नेता अपने परिवार और करीबी लोगों के लिए टिकट मांगने पर ध्यान केंद्रित करते हैं.
  • उन्होंने स्पष्ट किया कि वे जाति राजनीति को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसे समाज के लिए हानिकारक मानते हैं.
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नागपुर:

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में जाति की राजनीति पर कड़ा प्रहार किया. एग्रीकोस वेलफेयर सोसाइटी के 10वें वार्षिकोत्सव समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमारे समाज में लोग जाति, पंथ और धर्म के नाम पर बंटे हुए हैं, लेकिन कोई भी नेता अपनी जाति का भला नहीं करता.

उन्होंने कहा कि जब एक जातिवादी नेता विधायक बन जाता है, तो वह सबसे पहले अपनी पत्नी, बेटे, दामाद और यहां तक कि अपने ड्राइवर के लिए भी टिकट मांगता है. गडकरी ने अपने एक पुराने बयान को दोहराते हुए कहा, "जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा लात."

गडकरी ने जोर देकर कहा कि पूरा नागपुर उनका परिवार है और वह लोगों को जाति या धर्म के नाम पर नहीं बांटेंगे. उन्होंने कहा कि नेताओं को ऐसे मुद्दों पर लड़ना आता है क्योंकि वे जानते हैं कि यह उनके वोट बैंक के लिए फायदेमंद है.

राजनीतिक लाभ के बजाय विकास पर जोर
गडकरी ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह सब सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए है. उन्होंने कहा कि "लड़ाई चल रही है, लेकिन नौकरियां नहीं हैं." उन्होंने विकास को प्राथमिकता देने की बात करते हुए कहा कि जब उद्योग आएंगे और कृषि उत्पादों को सही दाम मिलेगा, तभी लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी.


 

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