केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के काफिले की तीन गाड़ियां आपस में टकराईं, सभी सुरक्षित

जितिन प्रसाद का परिवार तीन पीढ़ियों से कांग्रेस से जुड़ा रहा था. वह 2004 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के सबसे युवा मंत्रियों में शामिल थे. जानें कब भाजपा के हुए...

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जितिन प्रसाद हादसे में सुरक्षित हैं.
पीलीभीत:

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के काफिले की तीन गाड़ियां आपस में टकरा गईं. हालांकि, इस दौरान किसी को चोट नहीं आई है, सभी सुरक्षित हैं. मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि शनिवार को जितिन प्रसाद अपना एक कार्यक्रम खत्म कर आगे जा रहे थे. इसी बीच सड़क पर एक गड्ढा आने पर ब्रेक लगाने से उनके काफिले की तीन गाड़ियां आपस में टकरा गईं, लेकिन किसी को चोट नहीं आई है.

कैसे हुआ हादसा?

केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे. शहर में प्रेसवार्ता के बाद वह मझोला इलाके में बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए जा रहे थे. बिरहनी जाने वाले मार्ग पर जितिन प्रसाद के काफिले में चल रही एस्कॉर्ट की गाड़ियां आपस में भिड़ गईं. हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई. हादसे में किसी को चोट नहीं लगी है, लेकिन तीनों गाड़ियां कुछ क्षतिग्रस्त हो गईं.

हादसे के बाद क्या किया?

इसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद दूसरी गाड़ी में सवार होकर अपने आगे के कार्यक्रम में चले गए. ज्ञात हो जितिन प्रसाद ने पीलीभीत से लोकसभा का चुनाव जीते हैं. उन्हें मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया है. इसके पहले वह योगी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रह चुके है. वह दो बार के सांसद भी हैं. जितिन प्रसाद उत्‍तर प्रदेश के एक प्रसिद्ध ब्राह्मण राजनीतिक परिवार से आते हैं और कांग्रेस नीत संप्रग सरकार में भी केंद्र में मंत्री रह चुके हैं. जितिन प्रसाद 2021 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए.

कांग्रेस से कैसा था नाता?

प्रसाद का परिवार तीन पीढ़ियों से कांग्रेस से जुड़ा रहा था. वह 2004 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के सबसे युवा मंत्रियों में शामिल थे. उन्होंने दून स्कूल से पढ़ाई की है और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से वाणिज्य में डिग्री हासिल की है.

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