केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तीखी आलोचना की है. गिरिराज सिंह ने कहा है कि उन्होंने "सभी नैतिकता खो दी है" और उन्हें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Former Chief Minister Hemant Soren) से "सीखना" चाहिए. गिरिराज सिंह ने कहा कि हेमंत सोरेन ने गिरफ्तार किए जाने से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अरविंद केजरीवाल को भी इस्तीफा दे देना चाहिए. बीजेपी नेता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि नैतिकता भी कोई चीज है. केजरीवाल ने सारी नैतिकता खो दी है. नैतिकता की आड़ में उन्होंने अन्ना हजारे के साथ आंदोलन किया था. और अब वो कह रहे हैं कि कानून उन्हें सलाखों के पीछे सरकार चलाने से नहीं रोकता है.
"कट्टर ईमानदार अब कट्टर बेईमान हो गए हैं"
गिरिराज सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद भी सरकार चला रहे अरविंद केजरीवाल पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे बाबा साहेब अंबेडकर ने क्या सोचा था कि ऐसे अनैतिक लोग मुख्यमंत्री बनेंगे? जिन्हें सलाखों के पीछे जाना होगा. आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि जो लोग खुद को कट्टर ईमानदार कहते थे वो अब कट्टर बेईमान के नाम से जाने जा रहे हैं.
केजरीवाल को मिला सहयोगी दलों का साथ
दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में ‘इंडिया' गठबंधन रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली आयोजित करेगा. एक संयुक्त प्रेस वार्ता में दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने इसकी जानकारी दी. गोपाल राय ने कहा, पूरे देश ने देखा कि कैसे अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया था. जो लोग हमारे संविधान संगठनों से प्यार करते थे, वे अब गुस्से में हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री को भी गिरफ्तार किया, चाहे बिहार में तेजस्वी यादव हो, सबके ऊपर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे है. आम आदमी पार्टी के मुख्यालय को सील कर दिया है वो भी तब जब आचारसंहिता लगी हुई है.
क्या जेल से सरकार चला पाएंगे केजरीवाल?
आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि गिरफ्तारी के बावजूद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने रहेंगे. हालांकि कोई भी कानून उस पर रोक नहीं लगाता, जेल नियम इसे बहुत कठिन बना देंगे. दिल्ली की तिहाड़ जेल के एक पूर्व लॉ ऑफिसर सुनील गुप्ता का कहना है कि एक कैदी से हफ्ते में सिर्फ दो मुलाकातें हो सकती हैं.
सुनील गुप्ता ने एनडीटीवी को बताया, "जेल से सरकार चलाना आसान नहीं है. जेल मैनुअल में कहा गया है कि आप अपने परिवार, दोस्तों या सहयोगियों से सप्ताह में केवल दो बार मिल सकते हैं. इसलिए इन प्रतिबंधों के साथ शासन करना उनके लिए आसान नहीं होगा." वह कहते हैं कि हालांकि, एक रास्ता है. केजरीवाल मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं यदि वे अधिकारियों से उन्हें घर में नजरबंद करवाने में सक्षम हों. हालांकि, इसके लिए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की मंजूरी की आवश्यकता होगी.
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