जिस कार ने किसानों को कुचला वो हमारी, लेकिन बेटा नहीं था सवार : केंद्रीय मंत्री ने NDTV से कहा

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने स्‍वीकार किया है कि उत्‍तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में जिस बार में किसानों को कुचला था वह उनकी थी लेकिन वे या उनका बेटा (आशीष मिश्रा) घटना के समय मौजूद नहीं थे.

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अजय मिश्रा ने कहा, लखीमपुर की घटना के समय मेरा बेटा दूसरी जगह पर था

नई दिल्‍ली:

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) ने स्‍वीकार किया है कि उत्‍तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में जिस बार में किसानों को कुचला था वह उनकी थी लेकिन वे या उनका बेटा (आशीष मिश्रा) घटना के समय मौजूद नहीं थे. गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा मामले में आशीष का नाम पुलिस की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में है.गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी.अजय मिश्रा ने NDTV के साथ बातचीत में कहा, 'पहले दिन से ही हम इस बारे में स्‍पष्‍ट है कि वह Thar (वाहन) हमारी है, यह हमारे नाम पर दर्ज है. यह वाहन, कुछ कार्यकर्ताओं को लेकर किसी को  लेने के लिए जा रहा था. मेरा बेटा दूसरे जगह पर था. सुबह 11 बजे से शाम तक, वह एक अन्‍य इवेंट को आयोजित कर रहा था. मेरा बेटा (आशीष मिश्रा) वहां मौजूद था, वहां हजारों की संख्‍या में लोग थे. इसके फोटो और वीडियो भी हैं. यदि आप उसका कॉल रिकॉर्ड और CDR, लोकेशन जानना चाहते हैं....तो सब चेक कर सकते हैं. हजारों लोग यह हलफनामा देने को तैयार है कि आशीष मिश्रा वहां(दूसरे आयोजन में) था. '

उन्‍होंने कहा, 'जहां तक वाहन की बात है तो मेरा ड्राइवर मारा गया, दो कार्यकर्ता भी मारे गए जबकि एक कार्यकर्ता बच गया. तीन कार्यकर्ता घायल हुए हैं, इसके बाद कार वहीं रुक गई थी. बाद में कार को धक्‍का दिया  गया और इस वाहन और एक अन्‍य फार्च्‍यूनर को आग के हवाले कर दिया गया. यह लोग किसान नहीं हो सकते. ये किसानों के बीच छुपे हुए चरमपंथी हैं. 'किसानों को चेतावनी के बारे में पूछे जाने पर अजय मिश्रा ने कहा, 'मेरी टिप्‍पणी को गलत समझा गया.' मिश्रा ने कहा था-मेरा सामना करो,आपको ठीक करने में मुझे केवल दो मिनट लगेंगे. उन्‍होंने कहा, 'यदि आप पूरे भाषण को देखें तो यह किसानों के सामने दिया गया था. 25  सितंबर को गुरुद्वारे के सामने मैंने यह भाषण किसानों के समक्ष दिया था. इसमें मैंने रात में पोस्‍टर फाड़ने वालों के बारे में बात की थी. यह कहा गया था कि ये लोग, किसान नहीं हो सकते. जिन्‍होंने एक किसान सम्‍मेलन के पहले  भारत माता, पीएम और हमारे होर्डिंग फाड़े थे. ये उपद्रवी और हिंसक है और इन हिंसक लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. मैंने यह कहा था कि अच्‍छा है आप सुधर जाओ, वरना  प्रशासन अपने कानूनों से तुम्‍हें ठीक कर देगा.'

मंत्रीजी ने इस बात का जवाब नहीं दिया कि क्‍या पुलिस ने उनसे पूछताछ की है. पुत्र आशीष का नाम FIR में होने संबंधी प्रश्‍न पर अजय मिश्रा ने कहा, 'पुलिस ने उसका नाम  FIR में शामिल नहीं किया.उसका नाम शिकायत करने वाले लोगों की ओर से जोड़ा गया. शिकायत में उसके नाम का जिक्र है, यह जांच का विषय है. जांच के बाद सब स्‍पष्‍ट हो जाएगा. मैं आपसे साफ तौर पर कह रहा हूं कि हमारे पास सबूत हैं.  बिना सबूत के हम हम यह नहीं कर रहे. घटनास्‍थल से तीन से चार किलों की दूरी पर एक कार्यक्रम हो रहा था. वह (बेटा आशीष)कार्यक्रम स्‍थल पर था.  '

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