आखिर वही हुआ जिसका अंदेशा था. रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. मीडियो रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों में मिसाइलें दागी हैं. रूस की फौजें यूक्रेन की राजधानी कीव के उत्तरी इलाके में घुस गई हैं. रूस के हमले के कारण कई भारतीय यूक्रेन में फंसकर रह गए हैं, इसमें बड़ी संख्या में भारत के स्टूडेंट शामिल हैं जो पढ़ाई के लिए इस मुल्क गए हैं. सूत्रों ने बताया कि गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में भारतीय छात्र कीव में दूतावास के आगे जमा हो गए. स्वाभाविक तौर पर सबको दूतावास में जगह नहीं दी सकी.इसलिए आसपास के सुरक्षित जगहों पर उन्हें रखा गया है. जैसे ही नए स्टूडेंट आ रहे हैं, उन्हें सुरक्षित जगहों पर ले ज़ाया जा रहा है. रूस-यूक्रेन विवाद के चलते यूक्रेन में संकट की आहट मिलते ही इस देश में रह रहे लोगों के लिए भारत सरकार की ओर से समय-समय पर एडवाइजरी और अन्य घोषणाएं की गई थीं. आइए डालते हैं इन पर नजर..
15 फरवरी : भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को देश छोड़ने की एडवाइजरी जारी की.
16 फरवरी : एयर बबल व्यवस्था (Air bubble Arrangement) के तहत यात्रियों की संख्या पर लगी रोक हटाई गई.
18 फरवरी : एयर इंडिया ने 22, 24 और 26 फरवरी के लिए फ्लाइट्स की घोषणा की
20 फरवरी : कोइ बुकिंग नहीं होने के चलते यह फ्लाइट्स स्थगित करने पर विचार किया जा रहा था. इसी दिन भारतीय नागरिकों से देश छोड़ने के लिए दूसरी एडवाइजरी जारी की गई.
22 फरवरी: अतिरिक्त उड़ानों (Additional flights)के संबंध में तीसरी एडवाइजरी जारी की गई.
22 फरवरी: ऑनलाइन क्लासों के न होने के कारण कई स्टूडेंट देश छोड़ने को तैयार नहीं थे. ऐसे में यूक्रेनी यूनिवर्सिटीज की ओर से ऑनलाइन क्लास को लेकर चौथी एडवाइजरी जारी की गई.
22 फरवरी: भारतीय नागरिकों को लौटने में मदद करने के लिए रूस भाषा बोलने वाले दो अधिकारियों को कीव भेजा गया.
24 फरवरी : यह एडवाइजरी भी जारी की गई
-लोगों से अस्थाई रूप में अपने शहरों में लौटने को कहा गया.
-एयरस्पेस बंद होने और निकासी के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाओं के बारे में बताया गया. हेल्पलाइन की संख्या बढ़ाई गई.
-मार्शल लॉ लागू होन के चलते घर-हॉस्टल नहीं छोड़ने को कहा गया.